Fadnavis, Thackeray and Pawar had the support, Ajinkya Naik became the youngest president of Mumbai Cricket Association,
नई दिल्ली। 37 साल की उम्र में अजिंक्य नाइक (Ajinkya Naik) को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (Mumbai Cricket Association) का अध्यक्ष बनाया गया। चुनाव में मौजूदा सेक्रेटेरी अजिंक्य नाइक ने संजय नाइक (Sanjay Naik) को हराया।
अजिंक्य को 221 तो विरोधी उम्मीदवार संजय नाइक को 114 वोट मिले। अजिंक्य को इस तरह एकतरफा 107 वोट से जीत मिली। अजिंक्य अमोल कोले (Amole Kale) के सेक्रेटरी के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन पिछले महीने अचानक अमोल के कार्डियक अरेस्ट से निधन होने के बाद से उनकी जगह खाली हो गई थी।
Ajinkya Naik बने MCA के सबसे युवा अध्यक्ष
दरअसल, अजिंक्ये पिछले दो साल से मुंबई क्रिकेट एसोसिशन से जुड़े हुए हैं और सचिव पद पर काम करते है। अजिंक्य अमोल काले के बेहद करीबी थे और अब उनके निधन के बाद अजिंक्य को उनकी पद संभालने की जिम्मेदारी मिल गई है। MCA का प्रेसिडेंट बनने के बाद अंजिक्य ने कहा कि ये जीत मुंबई मैदान की है और क्लब सेक्रेटरी की। मैं काफी समय से कई कमेटी का हिस्सा हूं और मेरी जर्नी एक पेरेमिड की तरह है। नतीजा बिल्कुल मैंने जैसा सोचा था वैसा ही आया।
अजिंक्य ने इस दौरान कहा कि वह कॉर्पोरेट हाउस से क्रिकेटर्स के लिए ज्यादा से ज्यादा जॉब की अप्रोच करेंगे। शहर में जॉब की सुविधा की कमी की समस्या का हल ढूंढना होगा।
अजिंक्य नाइक की सफलता का राज क्या है?
अजिंक्य पिछले 2 साल से MCA से जुड़े है और सचिव पद पर काम करते हुए सक्रियता दिखाई है. अजिंक्य नाइक तत्कालीन अध्यक्ष अमोल काले के बेहद करीबी थे और दोनों साथ मिलकर MCA का कामकाज देख रहे थे. वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद अध्यक्ष अमोल काले का आकस्मिक निधन हो गया.
महाराष्ट्र के इन बड़े नेताओं ने किया था समर्थन
अजिंक्य नाइक का लोकप्रिय दिवंगत अध्यक्ष अमोल काले से दोस्ती के चलते भावनात्मक जुड़ाव था इसलिए अमोल काले का परिवार और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी अजिंक्य के लिए भावनात्मक समर्थन में थे. बात करें एनसीपी-एसपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे उनके जैसे बड़े नेताओं ने भी अजिंक्य को समर्थन किया था.
अमोल काले के निधन के बाद कराना पड़ा चुनाव
दरअसल ये चुनाव तत्कालीन अध्यक्ष अमोल काले के निधन के चलते हुए इसलिए अमोल काले के करीबी दोस्त और सचिव अजिंक्य को सभी दलों और नेताओं ने भावनात्मक समर्थन दिया. शरद पवार, उद्धव ठाकरे या कथित तौर पर देवेंद्र फडणवीस ने भी अजिंक्य का समर्थन किया था. वही संजय नाइक के समर्थन में केवल बीजेपी नेता और BCCI के ट्रेजरर आशीष शेलार (Ashish Shelar) ही थे.