Restrictions on journalists in Parliament: Restrictions on journalists, coverage will be done only from a glass room in the Parliament premises, PCI expressed opposition
संसद परिसर में पत्रकारों पर एक नई पाबंदी लगाई गई है। अब पत्रकार संसद परिसर के अंदर घूम-घूमकर सत्ता और विपक्ष के नेताओं के बयान नहीं ले सकेंगे। उन्हें एक शीशे के कमरे से ही संसद के बाहर की गतिविधियों को कवर करना होगा।
नए संसद भवन के मकर द्वार पर पत्रकार सांसदों की प्रतिक्रिया लेते थे। अब पत्रकार मकर द्वार के सामने खड़े नहीं हो सकेंगे। उनके लिए अलग से एक शीशे का कमरा बनाया गया है। वीडियो में कमरा देखने में छोटा लग रहा है और पत्रकारों की भीड़ दिख रही है। यह फैसला किस कारण जारी गया है, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। कांग्रेस की सोशल मीडिया की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो साझा किया है।
उन्होंने लिखा है कि संसद कवर करने वाले पत्रकार सांसदों से सवाल पूछते थे। पर अब इस पिंजड़ानुमा जगह में क़ैद रहेंगे। दूर से आवागमन देखो। सवाल पूछने का कोई बवाल ही नहीं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का गुमान भी क्यों रहे। पत्रकार इसका विरोध कर रहे हैं, स्टूडियो वाले समझायेंगे पिंजड़े में रखना अच्छी पहल है।
पत्रकारों पर पाबंदी का विरोध
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) ने इस नए नियम का विरोध किया है। उन्होंने पत्रकारों का एक वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए इस पाबंदी को हटाने की मांग की है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्रकार एक छोटे से कमरे में बैठे हुए हैं और वहां काफी भीड़ है।
कांग्रेस ने भी जताया विरोध
कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है। उन्होंने वीडियो साझा कर इस पाबंदी का विरोध किया है और पत्रकारों को अपनी रिपोर्टिंग करने की स्वतंत्रता देने की मांग की है। पत्रकारों पर लगाई गई इस पाबंदी के कारण पत्रकारिता के स्वतंत्रता पर सवाल उठ रहे हैं। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और अन्य पत्रकार संगठन इस प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे हैं ताकि पत्रकार स्वतंत्र रूप से अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें।
क्या है पूरा मामला?
नए संसद भवन के मकर द्वार पर पत्रकार सांसदों की प्रतिक्रिया लेते थे। अब पत्रकार मकर द्वार के सामने खड़े नहीं हो सकेंगे। उनके लिए अलग से एक शीशे का कमरा बनाया गया है।
वीडियो में कमरा देखने में छोटा लग रहा है और पत्रकारों की भीड़ दिख रही है। यह फैसला किस कारण जारी गया है, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
कांग्रेस की सोशल मीडिया की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो साझा किया है।