नारायणपुर – अबूझमाड़ के आदिवासियों ने शासन प्रशासन के कार्य से नाखुश होकर अबूझमाड़ में पांच जगह आंदोलन पर बैठे हुए हैं। माड़ एवं बस्तर सहित संपूर्ण जल जंगल जमीन अस्तित्व अस्मिता एवं आत्मसम्मान को बचाने आज इरकभट्टी ब्रेहबड़ा तोयमेटा आंदोलन की पहली बरसी मनाया गया।
बड़ी धूमधाम से पारंपरिक वेशभूषा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का नाच प्रदर्शन किये।
इस आंदोलन में अबूझमाड़ के तीन धरना स्थल से आदिवासी शामिल हुए इरकभट्टी ब्रेहबड़ा और तोयोमेटा आंदोलन में हजारों की संख्या में आदिवासियों ने भाग लिया।
माड़ बचाओ मंच के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने जिला के सभी वर्ग को इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है, जिसमें मुख्य रूप से किसान, मजदूर, छात्रों, युवाओं, बेरोजगारों, महिलाओं और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही है।लंबे समय से क्षेत्र में जल, जंगल, जमीन की रक्षा को लेकर लगातार हर मौसम में डटकर आदिवासियों ने क्षेत्र में सभी वर्गों को जागने की कोशिश की है।