Patients are coming to Daspur from far away places to get treatment for piles
बवासीर विशेषज्ञ से इलाज करा स्वस्थ हुए लोगो ने साझा किये अनुभव
कांकेर। यदि आप बवासीर का कई जगह उपचार करा कर निराश हो चुके हैँ तो अब आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है। कांकेर शहर से लगे ग्राम दसपुर में इन दिनों दुर दुर से बवासीर के मरीज इलाज करवाने पहूंच रहे हैं। दसपुर के बवासीर विशेषज्ञ अपने मरीजों को ऐसा क्या दवाई देते हैं । इस बवासीर विशेषज्ञ की लोग बहुत ही तारीफ करते हैं। इलाज करवा कर ठीक हुए शा. उ. मा. विद्यालय लखनपुरी के प्राचार्य राज्यपाल पुरस्कृत श्री फूल सिंह गंगेश ने बताया कि दसपुर में केवल दवा से इलाज होता है। आँपरेशन करवाने की जरूरत नहीं पड.ती ग्राम छिन्दली (बहीगांव ) के सरपंच जेठूराम मरकाम ने बताया कि ग्राम दसपुर कांकेर से लगा हुआ है,जहाँ मरीजो को भर्ती होने की जरूरत नहीं पडती । सिर्फ 10 से 20 मिनट में बवासीर का इलाज किया जाता है। इलाज करवाने के बाद मरीज तूरंत घर जा सकता है। इलाज के बाद मरीज सुखी जीवन बीताते हैं। , ,बेलरगांव क्षेत्र के दैनिक भास्कर के पत्रकार नारद साहू, पटौद निवासी बलराम साहू पति पत्नी दोनो ने इस बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की है। वहीं छत्तीसगढी फिल्म हण्डा के हिरो अनिल सिन्हा जी ने भी इस बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की व साथ में फोटो भी खिंचवाएं राजिम के राजीव लोचन मंदिर के पुजारी श्री शिव सिंह ठाकुर ,कुरूद धमतरी निवासी सन्तू राम चेलक ,यूनियन बैंक मैनेजर इमलीपारा कांकेर निवासी वर्तमान मुम्बई निवासी श्री विश्वजीत दलपती, हात्मा बिश्रामपुरी के सन्तू मरकाम ग्राम गोतपुर के निवासी आरक्षक अनिल शोरी, ब्यासकोंगेरा के कोटवार देवराम कुलदीप, नंदनमारा कांकेर के किसान पुत्र गोकुल सोनकर, नरहरपुर के मनीराम सिन्हा (छत्तीसगढी. फिल्म हण्डा के हिरो के पिता व माता ) ने भी बताया दसपुर में बवासीर का एक नम्बर इलाज होता है। कोयलीबेडा, चारामा,नरहरपुर,लखनपुरी,दुधवा , सरोना की लगभग 80 से भी ज्यादा महिलाए भी यहां बवासीर बिमारी का इलाज करवाकर ठीक हुए हैं। सभी ने दसपुर वाले बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की।