Home देश-विदेश तीन हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस आलाकमान करेगा...

तीन हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस आलाकमान करेगा मंथन , क्षत्रप देंगे अपनी सफाई

0

Congress high command will brainstorm on Congress’s defeat in three Hindi speaking states, Satrap will give its clarification

 

Ro No- 13047/52

पिछले दिनों पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। इनमें से तीन हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस ने बुरी तरह मुंह की खाई । राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सत्ता से उसे हाथ धोना पड़ा , जबकि मध्यप्रदेश में भी वह भाजपा के मुकाबले ठहर नहीं पाई । हां, तेलंगाना में हुई जीत ने उसके जख्मों पर मरहम लगाने का काम जरूर किया । वहीं मेघालय में भी वह सत्ता से कोसों दूर रही । पार्टी के इस प्रदर्शन पर आलाकमान चिंतित है और हर की समीक्षा के लिए उसने अपने क्षत्रपों को दिल्ली तलब किया है ।
नतीजों की समीक्षा के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपका बैज पहले ही राजधानी पहुँच गए है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गाँधी और मल्लिकार्जुन खरगे के साथ नेताओं की मीटिंग होगी और सभी हार के वजहों को तलाशेंगे। इसके अलावा आने वाले लोकसभा चुनावों में भी पार्टी के भावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
चुनावों में मिली इस निराशाजनक हार से कांग्रेस खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है, नेता मौन हैं। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि सरकार विरोधी लहर नहीं होने के बावजूद कई संभागो में उनका सूपड़ा साफ़ कैसे हो गया? खासकर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में जहाँ कांग्रेस को सभी 14 सीटों और राजधानी रायपुर की सात सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है।
इसी तरह कांग्रेस कैबिनेट के 13 में से 9 मंत्री भी अपनी सीटें नहीं बचा पाए। जीतने वालों में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष रहे डॉ चरण दास महंत, अनिल भेड़िया जैसे नाम ही शामिल है। कांग्रेस जिसने पिछले चुनाव में रिकॉर्ड 68 सीटें हासिल की थी वह इस बार 35 सीटों पर आकर सिमट गई। बीजेपी की झोली में 54 जबकि गोंगपा के खाते में एक सीट आई है। कमोबेश ऐसा ही हाल राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी रहा , जहां भाजपा ने शानदार जीत हासिल की । आगामी लोकसभा चुनाव बस चंद महीनों बाद ही होनेवाले हैं । ऐसे में राज्यों में हुई करारी हार का कारण जानना बेहद जरूरी है । साथ ही डैमेज कंट्रोल किया जाना भी जरूरी है , वरना लोकसभा में भी कांग्रेस की बुरी गत बन सकती है ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here