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विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय मार्गदर्शन मण्डल की बैठक में शामिल हुये आचार्य राकेश

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Acharya Rakesh attended the meeting of the Central Guidance Board of Vishwa Hindu Parishad

वाराणसी, [२१,१,२४] – विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के केन्द्रीय मार्गदर्शन मण्डल की महत्वपूर्ण बैठक हाल ही में वाराणसी में आयोजित की गई, जिसमें देश भर से आए सदस्य और नेता उपस्थित रहे। इस बैठक में प्रमुख रूप से आचार्य राकेश ने धर्मांतरण और कुटुंब प्रबोधन के मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।

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धर्मांतरण पर विचार

आचार्य राकेश ने धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह न केवल हिंदू समाज के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं को भी प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमें अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए सशक्त और संगठित होना होगा।” उन्होंने सुझाव दिया कि समुदाय के लोगों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि धर्मांतरण रोकने के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर काम करना होगा। आचार्य ने बताया कि शिक्षा और संस्कारों के माध्यम से युवाओं को मजबूत बनाया जा सकता है ताकि वे अपने धर्म को लेकर सजग और सशक्त रहें।

कुटुंब प्रबोधन पर सुझाव

आचार्य राकेश ने कुटुंब प्रबोधन के महत्व को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि परिवार ही समाज की नींव है और यदि परिवार मजबूत है, तो समाज भी मजबूत होगा। उन्होंने कई सुझाव दिए, जैसे:

1. परिवारिक सम्मेलन: कुटुंब प्रबोधन के लिए नियमित रूप से सम्मेलन आयोजित करने का सुझाव दिया, जिसमें परिवार के सदस्यों को एकत्रित किया जाए ताकि वे अपने विचार साझा कर सकें और एक-दूसरे से सीख सकें।
2. सांस्कृतिक कार्यक्रम: उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों को शामिल किया जाए, ताकि वे एक-दूसरे के साथ समय बिता सकें और आपसी संबंध मजबूत हो सकें।
3. शिक्षा के माध्यम से जागरूकता: आचार्य ने बताया कि परिवारों को धर्म, संस्कृति और भारतीय मूल्यों के प्रति जागरूक करने के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए।
4. समाजिक उत्तरदायित्व: उन्होंने कहा कि हर परिवार को अपने आसपास के समाज के प्रति जिम्मेदारी निभानी चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।

बैठक के अंत में आचार्य राकेश ने सभी उपस्थित सदस्यों से अपील की कि वे इन विचारों को अपने समुदायों में फैलाएं और मिलकर कार्य करें ताकि धर्मांतरण जैसे गंभीर मुद्दों का समाधान किया जा सके और कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से एक मजबूत और समृद्ध समाज की स्थापना हो सके।

विश्व हिंदू परिषद की इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि संगठन अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कटिबद्ध है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

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