Ashok Talandi and Jaggu Telami face to face after calling Assistant Commissioner of Tribal Development Department kind as a protest
सर्व आदिवासी समाज में अध्यक्ष पद चुनाव, सर्व सहमति बना चर्चा
बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – सर्व आदिवासी समाज के संयुक्त सचिव एवं चुनाव पर्यवेक्षक महेश रावटे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया, कि 04 / 02 / 24 को जिला मुख्यालय के गोंडवाना भवन में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों का मनोयन निर्वाचन के लिए जिले भर से 09 समाज के समाज प्रमुख एवं अध्यक्षो की उपस्थिति में 06 समाज के अध्यक्ष एवं समाज प्रमुखों के समर्थन में अशोक तलांडी को सर्व आदिवासी समाज का जिलाध्यक्ष चुना गया। जग्गूराम तेलामी को दो समाज जिसमें मुरिया समाज और सरना उरांव समाज का समर्थन मिला। कमलेश्वर सिंह पैंकरा को खुद का समाज कवंर समाज का समर्थन मिला था। सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष अशोक तलांडी ने बताया , कि जग्गू राम तेलामी द्वारा रुढ़ि जन्य परम्परागत सर्व आदिवासी समाज बीजापुर के जिलाध्यक्ष को हमर राज पार्टी का अध्यक्ष बताना सरासर गलत है। उन्हें अच्छी तरह से मालूम है कि प्रजातंत्र में मत देने का अधिकार है तो भारतीय संविधान के तहत चुनाव लडने का अधिकार है वे खुद भी किसी न किसी राजनीतिक दल से ताल्लुक रखते हैं। पर उन्हें यह नहीं मालूम है कि हमर राज पार्टी के अध्यक्ष कौन है बगैर जाने किसी पर इस प्रकार का बेबुनियाद टिप्पणी कर ठेस पहुंचाना अपनी ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करता है । सर्व आदिवासी समाज इस प्रकार के टिप्पणियों का निंदा करता है। तलांडी ने आगे कहा कि वर्तमान में जनजातीय केन्द्रीय मंत्रालय एवं छत्तीसगढ़ सरकार के मंशानुरूप समस्त महाविद्यालयों में जनजातीय आदिवासी गौरवशाली अतीत पर कार्य शालाएं आयोजित कर आने पीढ़ी को जागरूक कर रही है। और आदिवासी विकास विभाग द्वारा रुढ़ि जन्य परम्परागत जिला स्तरीय बैगा गुनिया सिरहा सम्मेलन कर आदिवासियों से समन्वय स्थापित कर विकास और मूलभूत समस्याओं त्वरित निराकरण के लिए यहां के लोगो को जागरूक कर रही है। जबकि जिले भर से परांपरागत सैकड़ों के तादाद में बैठक शामिल थे। जग्गू राम तेलामी अपने निजी स्वार्थ के लिए सेवाएं देने वाले आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त को विरोध स्वरूप मेहरबान कहकर उनके मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं। रुढ़ि जन्य परम्परागत सर्व आदिवासी समाज जिला ईकाई बीजापुर इस प्रकार के बेतुके बयानों का कड़ी निंदा करता है। तलांडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में सर्व आदिवासी समाज का गठन वर्ष 2013 में होने के बाद सर्व आदिवासी समाज के प्रथम जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण गोटा रहे उसके पश्चात् वर्ष 2016 से आज पर्यंत तक निरंतर 4 थी बार मुझे अध्यक्ष चुना गया। अशोक तलांडी ने बताया, कि रूढ़ि जन्य परम्परागत सर्व आदिवासी समाज संगठन सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त जिलों में अस्तित्व में है। यहां रुढ़ि जन्य परम्परागत सर्व आदिवासी समाज शासन प्रशासन से समन्वय बनाकर कार्य कर रही है। यह प्रेस वार्ता में नरेंद्र बुरका प्रांतीय उपाध्यक्ष, अनिल बुरका जिला उपाध्यक्ष, गुज्जा राम राम पवार ब्लाक अध्यक्ष, जगबंधु मांझी कोषाध्यक्ष, राकेश गिरी जिला उपाध्यक्ष ककेम राममूर्ति समाज प्रमुख, प्रकाश सोढ़ी युवा अध्यक्ष दोरला समाज कडंती सम्मैया समाज प्रमुख सतीश मंडावी युवा अध्यक्ष, बलराम वेंजाम, श्रवण ककेम सदस्य प्रेम सिंह इरफा समाज सदस्य,आदि समाज प्रमुख उपस्थित थे।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद कहते आगे कहा कि शासन के सामाजिक कार्यक्रम है तो सभी समाजों को बुलाना था। नेताओं का बुलावा तो सभी को बुलाना था, इसी से नाराज है समाज आदिवासी विकास विभाग सहायक आयुक्त सरकारी अधिकारी की मनोबल गिराने जैसा कुछ भी नहीं, समाज शासन प्रशासन से समन्वय स्थापित कर काम करता है हमेशा करता रहेगा। अध्यक्ष चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव सर्व आदिवासी समाज में नहीं होता चार ब्लॉकों के लोगों ने किया था अशोक तलाण्डी नाम का विरोध मेरा नाम प्रस्ताव में रखा गया था। समाज के लोगों ने उस चुनाव को किया था भंग। मेरे अध्यक्ष बनने में सर्व आदिवासी की सर्व सहमति वा समाजों की मुख्य भूमिका व्यक्तिगत जैसा कुछ भी नहीं । अशोक तलाण्डी का मैं भी सम्मान करता हूं, सर्व आदिवासी समाज में विभिन्न राजनीतिक दल के विचारधारा के लोग हैं पर कोई भी राजनीतिक दल के पदाधिकारी नहीं बन सकता अध्यक्ष।