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40 हजार टन भंडारण की मिली अनुमति पर गुरुश्री मिनरल्स के संचालक ने दो लाख टन का कर दिया भंडारण

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खनिज विभाग ने मूंदी आंखे शासन को रही राजस्व की हानि,

RO NO - 12784/140

जिला प्रशासन भी नही ले रही सुध

सक्ती। ग्राम पंचायत बस्ती बाराद्वार में संचालित गुरुश्री मिनरल्स के संचालक द्वारा खनिज विभाग जिला प्रशासन की लचर कार्यशैली का जमकर फायदा उठा रहे है। शासन द्वारा इन्हें एक समय मे 40 हजार टन डोलोमाइट भंडारण करने की अनुमति मिली है। लेकिन खनिज विभाग से संरक्षण प्राप्त होने के चलते यहां दो लाख टन से भी अधिक डोलोमाइट का भंडारण कर दिया गया है। जिसके चलते शासन को राजस्व की हानि हो रही है। तो वही सबकुछ जानते हुए भी खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गुरुश्री मिनरल्स के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नही करना संचालक और विभाग की मिलीभगत की तरफ इशारा करती है। आपको बता दे जनपद पंचायत जैजैपुर के ग्राम पंचायत खम्हरिया,अकलसरा,झालरौंदा,छितापड़रिया, में डोलोमाइट प्रचुर मात्रा में है जिसका खनन ठेकेदारों द्वारा शासन से लीज पर लेकर खनन करते है। जिसके इसे क्रेशर मशीन पर बड़े बड़े डोलोमाइट पत्थर को तोड़कर उसे बाहर भेजा जाता है। डोलोमाइट खनन और क्रेशर के माध्यम से उसे तोड़ने का कार्य गुरुश्री मिनरल्स द्वारा भी किया जाता है। जिसके तहत इन्होंने खनिज अधिकारी कार्यालय से इनको एक समय मे 40 हजार डोलोमाइट के भंडारण की अनुमति मिला हुआ है। लेकिन खनिज विभाग के अधिकारियों से साठगांठ कर गुरुश्री मिनरल्स के संचालक ने वहां दो लाख टन डोलोमाइट का भंडारण करके पहाड़ खड़ा कर दिया है। यही वजह है कि अधिकारी आंख बंद कर बैठे है और शासन को हो रही राजस्व की हानि से इन्हें कोई मतलब नही है। गुरुश्री मिनरल्स की इस मनमानी कार्य के खिलाफ बाराद्वार के दीपक राय ने खनिज विभाग के मुख्य सचिव के अलावा सक्ती जिला खनिज अधिकारी से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

दस वर्ष के लिए एक समय मे 40 हजार टन भंडारण की मिली है अनुमति

आपको बता दे खनिज विभाग द्वारा गुरुश्री मिनरलस को खसरा नंबर 1791/1,2,3 1798/1,2 1797/3,5, 1795/ 1,2,3,4,5,6 1796/1,2 -264, एकड़ भूमि में 24 मई 2022 से 23 मई 2032 तक एक समय मे 40 हजार टन डोलोमाइट भंडारण की अनुमति खनिज विभाग द्वारा गुरुश्री मिनरल्स को मिला है। लेकिन इन्होंने खनिज विभाग और जिला प्रशासन के लचर कार्यशैली के चलते दो लाख टन डोलोमाइट का भंडारण कर दिया गया है। अब देखना लाजमी होगा खनिज विभाग द्वारा गुरुश्री मिनरल्स के ऊपर क्या कार्रवाई करती है।

पहले वन भूमि अब तय से अधिक भंडारण

जिले में लचर प्रशासनिक व्यवस्था का फायदा गुरुश्री मिनरल्स के संचालक द्वारा जमकर उठाया जा रहा है। या फिर कहे तो इनको शासन प्रशासन का किसी तरह की कोई भय नही है। यही वजह है गुरुश्री मिनरल्स के संचालक ने पहले छितापड़रिया के बन भूमि पर लगे हजारों हरे भरे पेड़ सहित झाड़ की कटाई कर उसमें अवैध रूप से सड़क बनाकर डोलोमाइट का परिवहन करना हो या फिर 40 हजार टन की अनुमति मिलने के बाद दो लाख टन डोलोमाइट का भंडारण करना।

गुरुश्री मिनरल्स के द्वारा क्षमता से अधिक भंडारण की शिकायत मिली है उसकी जांच करवाएंगे अधिक भंडारण पाया जाता है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी

के.के.बंजारे
खनिज अधिकारी सक्ती

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