Mamta Banerjee said in Delhi, ‘Everyone wanted PM’s face… Yes, I put forward the name of Mallikarjun Kharge’.
बीते दिन मंगलवार (19 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को सत्ता से बाहर करने के इरादे से बनाए गए विपक्ष के गठबंधन इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक हुई. इस बैठक में शीट शेयरिंग से लेकर पीएम पद के नाम जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई. इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी का बयान भी सामने आया है.
बुधवार (20 दिसंबर) को दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने इंडिया गठबंधन के पीएम उम्मीदवार के तौर पर खरगे जी के नाम का प्रस्ताव किया. केजरीवाल ने समर्थन किया. नीतीश की नाराजगी के बारे में पता नहीं.”
पत्रकारों ने ममता से पूछा कि क्या मंगलवार को उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम पीएम उम्मीदवार के तौर पर आगे बढ़ाया था. इसके जवाब में ममता ने कहा कि हर जगह चर्चा हो रही है कि INDIA गठबंधन का पीएम उम्मीदवार कौन है. तो मैंने इस सवाल के जवाब में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ाया है. ममता ने दावा किया कि उनके प्रस्ताव को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन दिया.
बैठक में किन-किन नेताओं ने लिया हिस्सा?
दिल्ली के अशोक होटल में हुई इस बैठक में कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल, जेडीयू से नीतीश कुमार और राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह, टीएमसी से ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी, आरजेडी से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, एनसीपी से शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक में शामिल थे.
इसके अलावा समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव, डीएमके से एमके स्टालिन और टीआर बालू, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) से महबूबा मुफ्ती, राष्ट्रीय लोक दल से जयंत चौधरी, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल और कई अन्य नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया.
नीतीश को केंद्र में भेजना चाहती है आरजेडी
लालू ने कुछ दिन पहले ही नीतीश कुमार के समर्थन में बयान दिया था और कहा था कि नीतीश कुमार के सामने कोई चुनौती नहीं है. आरजेडी लगातार नीतीश कुमार का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने के पक्ष में खड़ी दिखाई दी है. कल भी राजद के कई नेताओं ने नीतीश कुमार का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए आगे बढ़ाया. राजद की कोशिश है कि किसी प्रकार से नीतीश कुमार को राष्ट्रीय राजनीति की ओर ले जाया जाए ताकि बिहार में मुख्यमंत्री का पद तेजस्वी को मिल सके.