If you have the passion and determination to do something, you can succeed in any work – Dr Kabir Gabel
सक्ती। अगर कुछ करने का जज्बा और जुनून हो, तो किसी भी काम में सफल हो सकते हैं , फिर चाहे बचपन में देखे गए सपने ही क्यों न हो, उसे भी पूरा किया जा सकता है, ऐसी ही कहानी एक युवक की है, जिसने बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा और उसे अपनी मेहनत के बदौलत पूरा करने में सफलता हासिल हुआ है। हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम कबीर गबेल है जिसने लगातार बचपन से मेहनत जारी रखा वही आज उनका मेहनत का फल देखने को मिला है बता दे कि कबीर गबेल ने अपनी MBBS की डिग्री स्वर्गीय श्री लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय रायगढ़ से पूर्ण किया है।



बचपन से डॉक्टर बनने का था सपना
श्री लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय रायगढ़ से MBBS डिग्री पूर्ण करने वाले डॉक्टर कबीर गबेल ने ने बताया कि उनका बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था। बता दें कि कबीर की प्राथमिक स्तर की पढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र मालखरौदा तो वही हायर सेकंडरी की पढ़ाई विकाश रेजिडेंशल स्कूल बरगढ़ उड़ीसा में संपन्न हुआ है। डॉ कबीर गबेल बचपन से ही अपने क्लास के टॉपर रहे हैं जहां उनका कक्षा 10 वीं में 95 प्रतिशत तो वही 12 वीं कक्षा में 93.8 प्रतिशत अंक हासिल किया था। इस प्रकार वे बचपन से ही प्रतिभावान रहे हैं।
परिवार का हमेशा मिला सहयोग….
MBBS की डिग्री हासिल करने के बाद डॉक्टर कबीर गबेल ने अपने खास बातचीत में बताया कि वे सक्ती जिले के मालखरौदा ब्लाक के ग्राम कलमी के मिशन चौक चौक के रहने वाले है। उनके पिता श्री प्रकाश गबेल और माता श्रीमती संजू गबेल है जिनका मिशन चौक में प्रकाश फैंसी स्टोर के नाम से दुकान संचालित है। कबीर ने बताया कि बचपन से आज तक हमेशा उनके माता पिता ने उनपर बहुत ही ज्यादा भरोसा जताया है और हर स्थिति में उनका साथ दिया है फलस्वरूप आज वे इस मुकाम पर पहुंचे है।
उन्होंने कहा, “मेरे परिवार ने हमेशा मेरा साथ दिया, मुझे हिम्मत दी और हर कठिनाई में मेरा उत्साह बढ़ाया। यह उपलब्धि केवल मेरी नहीं, बल्कि मेरे परिवार की भी है। उनके बिना यह सफर संभव नहीं होता।”
MBBS की डिग्री प्राप्ति के बाद नई जिम्मेदारियां….
डॉ. कबीर गबेल के MBBS डिग्री पूरी करने के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई जिम्मेदारी का सामना करेंगे l सरकार द्वारा उन्हें चिकित्सा अधिकारी के रूप में 2 वर्षों के लिए ग्रामीण सेवा देने का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे में नए जगह में जाकर लोगों के बीच उनके सेवा करने का एक अलग अनुभव मिलेगा । डॉ. कबीर गबेल ने MBBS की डिग्री प्राप्त करते हुए अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से एनाटॉमी में डिस्टिंक्शन और प्रथम स्थान हासिल किया है और ऑप्थॉलमोलॉजी (नेत्र रोग) में भी डिस्टिंक्शन प्राप्त किया है। डॉक्टर कबीर गबेल की सफलता इस बात का प्रमाण है कि अनुशंसा, निरंतर प्रयास और उचित रणनीति के साथ कोई भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। उनका यह सफर मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। इनकी सफलता पर माता पिता और परिवार सहित पूरे क्षेत्रवासियों ने बधाई और शुभकामनाएं दिया है।