Home Blog मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय भिरावाही में आयोजित मरका पंडुम कार्यक्रम में हुए...

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय भिरावाही में आयोजित मरका पंडुम कार्यक्रम में हुए शामिल

0

Chief Minister Shri Vishnudev Sai participated in the Marka Pandum program organized in Bhirawhi

कहा- माओवाद को अगले एक साल में जड़ से समाप्त करने का संकल्प अवश्य पूर्ण होगा

Ro.No - 13207/159

गोंडवाना समाज के जीर्णोद्धार, बाउंड्री वॉल आदि के लिए 80.48 लाख रूपए की दी सौगात

उत्तर बस्तर कांकेर / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कांकेर के ग्राम भिरावाही में गोंडवाना समाज द्वारा आयोजित मरका पंडुम (चैतरई महापर्व) के समापन अवसर पर आज शाम को सम्मिलित हुए, जिसमें उन्होंने गोंडवाना समाज के आराध्य बूढ़ादेव और आंगा देव की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए कामना करते हुए आशीर्वाद मांगा तथा उन्होंने तेंदू, चार, चिरौंजी, महुआ और आम फल का अर्पण किया।

भिरावाही के गोंडवाना भवन परिसर में आयोजित मरका पंडुम के समापन अवसर पर समाजजनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गोंडवाना समाज का काफी समृद्धशाली इतिहास रहा है। मरका पण्डुम पर्व में नए फलों, फसलों का अर्पण अपने देवी-देवताओं की परंपरा है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे बड़े बुजुर्गो ने संस्कृति बनाई है, उसे अक्षुण्ण रखते हुए आगे बढ़ाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री साय ने समाज को शिक्षित होने पर जोर देते हुए बच्चों को पढ़ाने के लिए सबको आगे आने तथा जागरूक होने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हुआ है। देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी समाज की महिला सुश्री द्रोपदी मुर्मू हैं, जो केंद्र सरकार की ऐतिहासिक पहल है। पीएम जनमन योजना से विशेष पिछड़ी जनजाति का तेजी से विकास हुआ है, वहीं प्रयास आवासीय विद्यालय में प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ने के नित नए अवसर मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ में आईआईएम, आईआईटी, ट्रिपल आईटी जैसी उच्च संस्थाएं स्थापित हुई हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने उद्धबोधन में आगे कहा कि केन्द्र के सहयोग से प्रदेश सरकार द्वारा बस्तर का कलंक नक्सलवाद जड़ से खत्म करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि आने वाले एक साल में माओवाद को समूल समाप्त करने का केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह का संकल्प अवश्य पूर्ण होगा। उन्होंने बताया कि अब नियद नेल्लानार योजना के दायरे में विस्तार किया जा रहा है, जिससे माओवाद प्रभावित क्षेत्र के अधिक से अधिक ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गोंडवाना समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर 80 लाख 48 हजार रूपए के विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यों की घोषणा की। इसमें गोंडवाना समाज भवन के जीर्णोद्धार हेतु 45 लाख रुपए की घोषणा की। इसी तरह 200 मीटर बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए 23 लाख 47 हजार रूपए और देवगुड़ी के आसपास सांदर्यीकरण विभिन्न कार्यों के लिए 12 लाख 01 हजार रूपए सहित कुल 80 लाख 48 हजार रूपए के विभिन्न कामों की घोषणा भी की।

इसके पहले कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम ने विशिष्ट अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के हितचिंतक मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का नेतृत्व कर रहे, यह गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि आदिवासियों को अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपरा और विरासत को विस्मृत नहीं करना चाहिए, क्योंकि यही हमारी जड़ और वास्तविक पहचान है। इस दौरान बस्तर गोंडवाना समाज के संभागीय अध्यक्ष श्री सुमेर सिंह नाग ने सामाजिक गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। कार्यक्रम में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री भोजराज नाग, अंतागढ़ विधायक श्री विक्रम उसेंडी, भानुप्रतापपुर विधायक श्रीमती सावित्री मंडावी, कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, एसएसपी श्री इंदिरा कल्याण एलेसेला, डीएफओ श्री आलोक बाजपेयी, नगर पालिका कांकेर के अध्यक्ष श्री अरूण कौशिक, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नरेटी, पूर्व सांसद श्री मोहन मंडावी, पूर्व विधायक श्री शिशुपाल सोरी, श्रीमती सुमित्रा मारकोले सहित समाज के वरिष्ठ पदाधिकारीगण मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here