कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती वंदना एवं सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को याद करते हुए प्रारंभ किया गया ।कार्यक्रम के प्रभारी श्री प्रकाश कौशिक के द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से समस्त उपस्थित पदाधिकारी को शाला प्रबंधन एवं विकास के उचित दायित्व एवं निर्वहन की जानकारी दी गई ।प्रशिक्षण में उपस्थित पदाधिकारियों को संकुल प्रभारी के. आर. रजक ने परिचर्चा कर अपने दायित्वों के संबंध में उपस्थित सदस्यों से राय मशवीरा की। श्री रजक ने कहा कि शासकीय स्कूलों में योग्य टीचर होते हुए भी अगर हम अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में दाखिला करते हैं तो वहीं से ही हमारा दायित्व में कमी आनी शुरू हो जाता है ।उन्होंने कहा कि शाला प्रबंधन समिति के सदस्य अपने दायित्व को ठान लें कि कब हमें बच्चों के हित क्या करना है, शासन द्वारा प्राप्त व्यवस्थाओं के आधार पर अपनी शाला को कैसे श्रेष्ठ बनाने बनाना है तो वहीं से निजीकरण व्यवस्था समाप्त होना शुरू हो जायेगा औरश शासकीय स्कूलों के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ जाएगा । उन्होंने कहा की हर शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारी का दायित्व है कि शिक्षक समय पर आते हैं ,समय पर जाते हैं। कक्षाओं में अध्यापन ठीक ढंग से हो रहा है कि नहीं ।शासन से प्राप्त राशियों का कहां आवश्यकता अनुसार उपयोग किया गया हैं की नहीं, इन सभी बातों को पर अगर हम निगरानी रख ले तो शिक्षकों को भी अपने दायित्वों के प्रति निश्चित रूप से सचेत होकर के काम काम करना पड़ेगा ।संकुल समन्वयक श्री विश्वजीत राय ने भी उपस्थित संकुल शाला प्रबंधन विकास समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने दायित्वों पर निश्चित रूप से खरा उतरने का प्रयास करें तो बच्चों के हित में काम होना आसान हो जाता है ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर भूपेंद्रधर दीवान ने भी संस्था शिक्षक बच्चों और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों में तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर बकरकूदा प्राथमिक, मिडिल स्कूल ,बिनैका प्राथमिक,मिडिल ,थेम्हापार प्राथमिक, चकरबेढा प्राथमिक, बुढ़ीखार प्राथमिक, मिडिल स्कूल के पदाधिकारी, प्रधान पाठक श्री अमृतलाल वाणी, श्री श्री खन्ना सर, श्रीमती घोरे मैडम, श्रीएस के कश्यप सर सहित संकुल के सभी प्राथमिक शाला मिडिल स्कूल के शाला प्रबंधन विकास समिति के उपस्थित सदस्यों ने प्रशिक्षण की आवश्यकता को सार्थक बताया ।कार्यक्रम के अंत में श्री रूपेंद्र महिलांगे ने आभार व्यक्त कर कार्यक्रम समापन की घोषणा किया।