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महाभारत की तरह इस चुनाव में भी दो खेमा, बीजेपी अधिवेशन में अमित शाह ने कांग्रेस पर खूब किए प्रहार,’कहा -कांग्रेस अस्थिरता की जननी तो ‘INDIA’ कलह का पर्याय’,

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Like Mahabharata, there are two camps in this election too, Amit Shah attacked Congress a lot in BJP session, said – Congress is the mother of instability and ‘INDIA’ is synonymous with discord.

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राजधानी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री एवं वरिष्ठ बीजेपी सांसद अमित शाह ने दावा किया कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे टर्म में देश में उग्रवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म हो जाएगा. अमित शाह ने इसके साथ ही कांग्रेस और विपक्षी इंडी गठबंधन पर भी जोरदार प्रहार किया.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जिस तरह महाभारत के समय पांडव और कौरव दो खेमे थे, उसी तरह से इस बार के लोकसभा चुनाव में भी दो खेमा है, एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए का गठबंधन और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। उन्होंने अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर के निर्माण का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए कांग्रेस के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए जमकर निशाना साधा। शाह ने लोकसभा चुनाव में जीतने का दावा करते हुए कहा कि तीसरी बार जीत कर भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।

अमित शाह ने बीजेपी अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, ‘देश ने तय कर लिया है कि मोदी जी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. 75 वर्ष में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखें हैं. देश में हर सरकार ने अपने समय पर समयानुकूल विकास करने का प्रयास किया है. लेकिन आज मैं बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकता हूं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्षों में हुआ है.’

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की ओर से जारी किए गए प्रस्ताव में कांग्रेस पर जबरदस्त हमला किया गया. प्रस्ताव में कहा गया है, “कांग्रेस अस्थिरता की जननी है और इंडिया गठबंधन कलह, कटुता, कुनीति का पर्याय. इस गठबंधन का विचित्र मेल है. कांग्रेस गरीब विरोधी है. कांग्रेस और उसके सहयोगी दल भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे हुए हैं. कांग्रेस की नीतियां विभाजनकारी हैं और भारतीय संस्कृति पर आघात करने वाली. हर प्रगतिशील कदम का कांग्रेस ने विरोध किया. कभी समर्थन कभी विरोध की ढुलमुल राजनीति. इंडी गठबंधन द्वारा हिंसा और अराजकता की राजनीति की जाती है. कांग्रेस का पतन सुनिश्चित है.

महा अधिवेशन के संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और बीजेपी एवं NDA गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है. दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज का एक वोटबैंक की तरह कांग्रेस और इंडी अलायंस बहुत उपयोग किया लेकिन उन्हें पहली बार सम्मान और हिस्सेदारी देने का काम बीजेपी की मोदी सरकार ने किया.”शाह ने कहा कि सोनिया गांधी का उद्देश्य सिर्फ राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है। लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त शासन देने वाले पीएम मोदी ने पूरे देश के सामने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का लक्ष्य रखा है।

कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी पर भी निशाना

कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी (आप) पर हमला करते हुए अमित शाह, “जब कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है तो साथी भला क्यों पीछे रहेंगे. आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए. इन्होंने ने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया. इसी वजह से आज इनका सारा नेतृत्व कोर्ट और एजेंसियों से दूर भाग रहा है.”

अमित शाह के संबोधन की 10 बड़ी बातें

1. इस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था पांचवें नंबर है। तीसरी बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएं और देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।

2. यह चुनाव महाभारत के युद्ध की तरह है, जहां कौरव और पांडव थे। एक तरफ कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन है तो दूसरी तरफ भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन। देशवासियों को दोनों में से किसी एक को चुनना है।

3. लोकसभा चुनाव में दो खेमा है- एक एनडीए और दूसरा परिवारवादी लोगों का इंडिया गठबंधन है। ये घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और भाजपा एवं NDA गठबंधन राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है। देश की जनता को तय करना है कि वो किसे चुनेगी।

4. सात परिवारवादी दलों का गठबंधन है इंडिया। चार-चार पीढ़ियों तक नेता नहीं बदलते हैं। देश निश्चित रूप से विकास की राजनीति करनी वाली सरकार चुनेगा। सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल गांधी को पीएम और लालू यादव का लक्ष्य बेटे को सीएम बनाना है। ममता बनर्जी का लक्ष्य अपने भतीजे को सीएम बनाना है।

5. अगर भाजपा परिवारवाद दल होता तो एक चाय वाले का बेटा पीएम नहीं बनता। बीजेपी में बूथ का काम करने वाला एक व्यक्ति देश का राष्ट्रपति भी बन सकता है और प्रधानमंत्री भी बन सकता है, क्योंकि हमने हमारी पार्टी को लोकतांत्रिक पार्टी बनाकर रखा है।

6. हमने राम मंदिर का निर्माण कराया, लेकिन वो (इंडिया गठबंधन) प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में नहीं आए। उन्होंने निमंत्रण को ठुकरा दिया। कांग्रेस ओबीसी की बात करती है, लेकिन उन्होंने ओबीसी के लिए क्या किया?

7. कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने आदिवासी और पिछड़े समाज का एक वोटबैंक की तरह इस्तेमाल किया, लेकिन पहली बार भाजपा की मोदी सरकार ने उन्हें सम्मान और हिस्सेदारी देने का काम किया।

8. पहली बार पूरी दुनिया ने देश का गौरव महसूस किया। दुनिया में भारत के लोग कहीं पर जाते हैं, तो वहां के लोग कहते हैं कि मोदी के भारत से आए हो न। हमारे नेता नरेंद्र मोदी ने दुनिया में ये पहचान बनाने का कार्य किया है।

9. केरल में इंडिया गठबंधन की सरकार है, जहां हमारे 100 से ज्यादा कार्यकर्ता शहीद हो गए और 300 से ज्यादा दिव्यांग हो गए। पश्चिम बंगाल में चुनाव में धांधली और हिंसा होती है, वहां भी सैकड़ों कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया।

10. हम तो हिंसा के भुक्तभोगी हैं। अगर हिंसा फैलाने वाला कोई गठबंधन है तो यही घमंडिया गठबंधन है। इस बार लोकसभा चुनाव में दूर-दूर तक घमंडिया गठबंधन को जीत की संभावना नहीं दिखती है, इसलिए वे लोग आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं।

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