बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – बस्तर के अंतर्गत आने वाली बीजापुर जिला छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर पर बसा हमेशा अलग-अलग खबरों से सुर्खियों में बना रहता है। आज कुछ अलग हुआ है जिले के अंतर्गत आने वाली गंगालूर ब्लाक अंतर्गत पेददा जोजेर जिला मुख्यालय से रेडडी से चिन्नाजोजेर से होते हुए पेददाजोजेर यहां पहुंचा जा सकता है लगभग 30 किलोमीटर दूरी पर मौजूद हैं गांव वहां कि एक महिला के डिलीवरी बाद लोगों का जमावड़ा देखने को मिला पूरा मामला के बारे में किरण दूत की तहकीकात में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से बात करने की कोशिश की अन्य के माध्यम से पूरा मामला निकल आया सामने कोठी अवलम गर्भवती महिला की डिलीवरी हुई। बच्चे की दो सरनुमा का जन्मना लोगों ख़बर जैसी लगी लोगों का जमावड़ा देखने को मिला बच्चे की सेहत नाजुक बताई जा रही है क्योंकि पूरी तरह बच्चा विकसित नहीं हुआ माता के गर्भ में ही बच्चा साधारण बच्चों से अलग रहा होगा, वही डिलीवरी की बात वा तस्वीरें मीडिया के माध्यम से सोशल मीडिया में वायरल हुई तो चर्चा का विषय जिले भर फैल गई। वही इस संबंध में हमने जिला चिकित्सालय सिविल सर्जन यशवंत कुमार ध्रुव से बात की आखिर बच्चों की डिलीवरी इस तरह कैसे होता क्या कमियां हो सकते उनका साफ कहना था कि कभी कभार गर्भवती माताओं का खानपान होता इसका मुख्य कारण होगा, वही समय से सोनोग्राफी नहीं कराना इस बात की पता नहीं चलता है कि बच्चों की क्या स्थिति गर्भावस्था में होगा । वहीं उन्होंने आगे बताया कि जिस तरीके से बच्चे को देखा जा रहा है वह क्रिटिकल केश जो लाखों में एक देखने को मिलता है। सर में जिस तरीके से अलग भाग निकला है इसमें पानी भराव होता है धीरे-धीरे पूरे नसों को ब्लॉक करता है। अलग-अलग तरह के केसेस भी हमें देखने को मिला जिले पहले भी है इस क्षेत्र में जानकारी के अभाव देखा जाता है अक्सर। इस केस में परिजन ना तो अब तक चिकित्सालय पहुंचे बच्चे को लेकर।