पुसौर
जिला मुख्यालय रायगढ से करीब 70 कि.मी. दुरस्थित तहसील कार्यालय लैलुंगा से सटे बेषकीमती 59 डिसमिल षासकीय भूमि मे स्थानीय एक रसुखदार का पिछले कई वर्शो अवैध कब्जा होते चला आ रहा था जिसने अपने प्रषासनिक और राजनैतिक पहुंच के दम पर उक्त भूमि में मकान निर्माण करने की भी तैयारी कर रखी थी। इस तथ्य की जानकारी यहां पदस्थ हुये अबतक के तहसीलदारों को होने के बावजुद भी ये कार्यवाही कर कब्जा को हटाने में कामयाब नहीं हो पाये वहीं उक्त तहसील में एन के सिन्हा पदस्थ होने पर इस की पतासाजी की और उच्चाधिकारियों के मार्गदर्षन से स्वयं स्थल में रहकर वहां बुल्डोजर चलवाया।ज्ञात हो कि उक्त अवैध कब्जा विजय दादरीवाल द्वारा किया गया था जिसकी खबर प्रमुखता से अखबारों में प्रकाषित हुई थी जिस पर षासन प्रषासन के लोग संज्ञान में लिये और इसके अवैध कब्जा को हटाया है।उल्लेखनीय हैकि एन के सिन्हा जब पुसौर तहसीलदार रहे उस समय भी गढउमरिया, पुसौर, कठली, लोहरसिंह सहित कई जगहों में षासकीय भूमिको खाली किया जाकर षासन के सुपुर्द कराया है इसलिये आज भी इनके नाम से अवैध कब्जा धारी खौफ खाते हैं।