Ruckus in Congress on sleeper cell, former General Secretary said – demand apology otherwise…defamation notice sent to CM Bhupesh Baghel
लोकसभा चुनाव में ज्यादा दिन बचे नहीं हैं. भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी लड़ाई तेज हो गई है. लेकिन एक लड़ाई कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच भी कुछ दिनों से चल रही है. ये लड़ाई पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बीच है. पूर्व मंत्री ने भूपेश बघेल के बयान पर अब उनको मानहानि का नोटिस भेजा है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्लीपर सेल वाले बयान पर अरुण सिसोदिया ने अपने वकील के माध्यम से नोटिस भेजा है. नोटिस में 15 दिन के अंदर माफी मांगने कहा है. माफी नहीं मांगने पर कानूनी कार्रवाई करने बात कही गई है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में स्लीपर सेल को लेकर ठन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बयान से आहत पार्टी के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह सिसोदिया ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा दिया है। वकील के माध्यम से भेजे गए इस मानहानि के नोटिस में सिसोदिया के वकील ने पूर्व सीएम से नोटिस मिलने के 15 दिनों के भीतर सार्वजनिक रुप से काफी मांगनें की मांगने वरना कानूनी कार्यवही का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
बता दें कि अरुण सिसोदिया ने अपने पत्र ने हाल ही में एक पत्र जारी कर अपने ही पार्टी के नेताओं पर फंड में अनियमितता का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि रामगोपाल अग्रवाल और विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को 5 करोड़ 89 लाख रुपए का भुगतान कर पार्टी को नुकसान पहुंचाया गया है, जिन्होंने पार्टी के पैसे का दुरुपयोग किया है. उन पर कारवाई होनी चाहिए. मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं, पार्टी में अगर सच बोलना बगावत है तो मैं बागी हूं और अगर पार्टी कार्रवाई करती है तो मैं राहुल गांधी, दीपक बैज और चरणदास महंत के साथ खड़ा हूं.