Akhilesh Yadav reached ‘Fataak’ after Mukhtar’s death, Akhilesh said on the death of Mukhtar Ansari…
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद क्षेत्र में पहुंचे। यहां उन्होंने बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के परिजनों से मुलाकात की। बता दें कि अखिलेश यादव की यह मुलाकात अफजाल अंसारी के घर पर हुई, जिसे फाटक के नाम से जाना जाता है। इस दौरान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मैं इस दुख की घड़ी में मुख्तार अंसारी के परिवार के सभी सदस्यों से मिला। जो घटना हुई वो सबके लिए चौंकाने वाली थी। हमें उम्मीद है कि सरकार सच्चाई सामने लाएगी और परिवार को न्याय मिलेगा।
अखिलेश यादव पहुंचे गाजीपुर
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जो व्यक्ति इतने वर्षों तक जेल में रहा हो, उसके बाद भी जनता उसे जिता रही है। इसका मतलब उस व्यक्ति ने जनता के बीच में रहकर दुख और दर्द को बांटा है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार सच्चाई सामने लाएगी और परिवार को न्याय मिलेगा। जब वे भाजपा की सरकार आई है तब से संस्थाओं पर भरोसा कम हुआ है। लोग अपने न्याय के लिए आत्मदाह तक कर रहे हैं। आखिरकार सरकार क्या चाहती है। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्तार अंसारी की मौत तो चौंकाने वाली है ही। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने खुद कहा था कि उन्हें जहर दिया गया है।
मुख्तार अंसारी की मौत पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने कहा कि क्या स्वतंत्रता आंदोलन में उमर और मनु अंसारी के दादा की कोई भूमिका नहीं थी। सरकार इन चीजों को छिपाना चाहती है। कभी-कभार लोग दूर बैठे होते हैं और किसी भी व्यक्ति की छवि को पहचान नहीं पाते हैं। लोगों के बीच मुख्तार अंसारी की छवि को जिस तरीके से प्रसारित किया गया है, वो वैसे नहीं थे। अंसारी परिवार हमेशा से गरीबों के लिए कल्याणकारी कामों को करने में शामिल रही है। यही कारण है कि मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के दौरान हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और उन्होंने यह बता दिया कि मुख्तार अंसारी के परिवार के साथ लोग खड़े हैं। हम कैसे मान सकते हैं कि मुख्तार अंसारी की मौत सामान्य मौत है। रूस में भी विपक्षी नेता को जेल के अंदर जहर देकर मार दिया गया था।
न्यायिक जांच पर हमें भरोसा नहीं- अखिलेश यादव
मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने सरकार के कामकाज पर निशान साधते हुए कहा कि मुख्तार अंसारी पांच बार के विधायक रहे. जब उन्होंने जेल में जहर देने की आशंका जताई थी ऐसे में इसके बाद भी इस मामले की गंभीरता को क्यों नहीं समझा गया. मुख्तार अंसारी की मौत कई सवालों को खड़ा करती है. राजनीति जगत से लोग अपने-अपने तरह से स्थितियों को बयां करते हैं. लेकिन निश्चित तौर पर यह मामला गंभीर है. दुख बांटने के लिए ही परिवार के सदस्यों से मिला हूं. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक जांच पर हमें बिल्कुल भी भरोसा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज के नेतृत्व में ही इस मामले की जांच होनी चाहिए.
सरकारी संस्थाओं को खत्म करना चाहती है सरकार- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी मनसा है की पूरी तरह से देश की संस्थाओं को खत्म कर दिया जाए. इसमें सबसे ज्यादा भेदभाव अन्याय इस सरकार में हो रहा है. इससे पहले भी जेल, थाने, मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनेक घटनाएं हुई हैं लेकिन उन मामलों में भी सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई. वहीं सपा के टिकट बदलने वाले सवालों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के प्रत्याशियों का जगह-जगह विरोध हो रहा है, उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. कैसरगंज की क्या स्थिति है लेकिन यह तय है कि जनता ने अब मूड बना लिया है कि बीजेपी का पूरी तरह से सफाया करना है.