NCB’s big revelation, drugs worth Rs 300 crore recovered, officers shocked, Rajasthan-Gujarat becoming hub of deadly drugs MD
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफ इंडिया (एनसीबी) और गुजरात एटीएस की टीम ने राजस्थान तथा गुजरात में 300 करोड़ रुपये कीमत की ड्रग बरामद की है. टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान के जालोर और जोधपुर से कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस टीम में राजस्थान एसओजी और एनसीबी अधिकारी सम्मिलित रहे. दोनों राज्यों से मिले अकूत ड्रग्स को देखकर एनसीबी के अधिकारी हैरान हैं.
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने बताया एटीएस के डीएसपी एसएल चौधरी को करीब दो महीने पहले सूचना मिली थी कि अहमदाबाद निवासी मनोहरलाल और गांधीनगर निवासी कुलदीप सिंह किसी ड्रग को बनाने के लिए रॉ मैटेरियल लाकर लैब में एमडी ड्रग तैयार करते हैं. इस पर एटीएस ने एनसीबी के साथ मिलकर काम करना शुरू किया. उसके बाद एनसीबी को शनिवार को बड़ी सफलता मिली. इस कार्रवाई को शनिवार की सुबह 4 बजे अंजाम दिया गया.
कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
उन्होंने बताया कि एनसीबी और एटीएस की टीम ने शनिवार को जालोर के भीनमाल, जोधपुर के ओसियां तथा गुजरात के गांधीनगर और अमरेली में दबिश दी. इस दबिश के दौरान राजस्थान-गुजरात में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनसे हुई पूछताछ के आधार पर अब गैंग के मुख्य सरगना की तलाश की जा रही है. इसके साथ ही नशा बनाने वाली 4 हाईटेक लैब का खुलासा किया गया है. वहां से कुल 149 किलो एमडी, 50 किलो एफेड्रिन और 200 लीटर एसिटोन भी बरामद की गई है. इस ड्रग्स की कीमत करीब 300 करोड़ रुपये बताई गई है.
जालोर और सिरोही से 15 किलो एमडी बरामद
सबसे पहली रेड राजस्थान के जालोर-सिरोही के पास भीनमाल में की गई. वहां से 15 किलो एमडी और 100 लीटर लिक्विड एमडी मिला है. यहां से अहमदाबाद निवासी मनोहर कृष्णदास, राजस्थान के राजाराम, बजरंगलाल, अहमदाबाद के नरेश और कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया गया है. दूसरी रेड पिपलाज गुजरात में की गई. वहां से 500 ग्राम एमडी और 17 लीटर लिक्विड एमडी बरामद की गई. वहां से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें बनासकांठा निवासी नितेश दवे, वलसाड गुजरात निवासी हरीश सोलंकी, पाली निवासी दीपक सोलंकी व कुलदीप और जोधपुर निवासी सिद्धार्थ अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है.
जोधपुर में बन रहा था कच्चा माल
सहाय ने बताया तीसरी रेड ओसियां जोधपुर में की गई. वहां एमडी तो नहीं मिली लेकिन उसे बनाने का रॉ मैटेरियल बरामद किया गया है. वहां से जोधपुर के ओसियां निवासी रामप्रताप को गिरफ्तार किया गया. यह मेडिकल स्टोर संचालक भी है. उन्होंने बताया कि चौथी रेड अमरेली गुजरात में की गई. वहां से तिरुपति कैंप इंडस्ट्री में रेड कर 6.30 किलो एमडी और 4 लीटर लिक्विड एमडी बरामद की गई. वहां से अमरेली निवासी नितिन काबड़िया और किरीट मंडाविया को गिरफ्तार किया गया है.
टीम ने 3 संदिग्ध स्थानों (जालोर जिले के भीनमाल, राजस्थान के जोधपुर जिले के ओसियां और गुजरात के गांधीनगर जिले) में कुल 149 किलोग्राम मेफेड्रोन (पाउडर और तरल रूप में), 50 किलोग्राम एफेड्रिन और 200 लीटर एसीटोन की बरामदगी हुई और 07 आरोपी व्यक्तियों को पकड़ा गया. गांधीनगर में पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर अमरेली (गुजरात) में एक और जगह की पहचान की गई है, जहां छापेमारी जारी है. और अधिक बरामदगी की उम्मीद है.
वहीं राजस्थान के जालौर,सिरोही व जोधपुर से कुल 06 आरोपियों को पकड़ा गया है. इस नेटवर्क के सरगना की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पूर्ववर्ती रसायनों के स्रोत के साथ-साथ वितरण नेटवर्क, राष्ट्रीय और साथ ही किसी भी अंतर्राष्ट्रीय लिंकेज को ट्रैक करने और पहचानने का प्रयास किया जा रहा है. मेफेड्रोन, जिसे 4-मिथाइलमेथकैथिनोन, 4-एमएमसी और 4-मिथाइलफेड्रोन के रूप में भी जाना जाता है, एम्फ़ैटेमिन और कैथिनोन वर्गों की एक सिंथेटिक उत्तेजक दवा है. कठबोली नामों में ड्रोन, एम-कैट, व्हाइट मैजिक, “म्याऊ म्याऊ” और बबल शामिल हैं.
सिरोही में गुप्त प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़, भारी मात्रा में MD जब्त
विशिष्ट इनपुट पर एनसीबी जोधपुर, एटीएस गुजरात और एनसीबी मुख्यालय, नई दिल्ली की टीम ने थाना-कैलाश नगर, जिला-सिरोही के सामान्य क्षेत्र में गुप्त प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया. जहा मेथ का अंतिम उत्पाद – लगभग 12 किलोग्राम, तरल रूप में मेथ – लगभग 60 किलोग्राम और अन्य रसायन जिसका बाजार मूल्य – 45 करोड़ और 02 संदिग्धों को पकड़ा .
1. रागा राम पुत्र- नरसाराम, गांव- लोटीवाड़ा बड़ा, थाना- कैलाश नगर, तहसील- शिवगंज, जिला- सिरोही, राजस्थान.
2. बजरंग बिश्नोई पुत्र- धन्ना राम बिश्नोई, गांव- लियादरा, थाना- झाब, तह- सांचौर, जिला- सांचौर
पूरी प्रक्रिया में अनिल कुमार, आईपीएस, एसपी सिरोही और कमांड के तहत उन्होंने पूरे दिल से सहयोग और सिरोही से पुलिस जवान भी दिए जिससे सफल ऑपरेशन हुआ.