Chirag Paswan worship before nomination: ‘I am going to file nomination’, Chirag leaves for Hajipur with mother.
एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान आज गुरुवार (02 मई) को हाजीपुर सीट से नामांकन करेंगे. नामांकन से पहले उन्होंने पूजा-अर्चना की. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए ना सिर्फ उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान को याद किया बल्कि वो थोड़े भावुक भी हो गए. चिराग पासवान ने कहा कि उन्हें आज पापा की कमी हद से ज्यादा महसूस हो रही है.
चिराग पासवान ने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब पापा के बिना मैं नामांकन करने जा रहा हूं. 2014 का चुनाव हो या 2019 का चुनाव हो, वो हमेशा मेरे साथ रहे. 2019 में जब मैं नामांकन करने के लिए जमुई जा रहा था तो मेरा हाथ पकड़कर वो लेकर जा रहे थे. आज पहली बार जीवन में वो मेरे साथ नहीं हैं.
‘ये आशीर्वाद मुझे भी मिलेगा’
चिराग पासवान ने कहा कि एक तरफ जहां उनकी कमी महसूस हो रही है तो वहीं दूसरी ओर संतोष भी हो रहा है कि एक पुत्र धर्म को जिस तरह से निभाना चाहिए, हाजीपुर जिसको उन्होंने (रामविलास) अपनी मां का दर्जा दिया आज उसी हाजीपुर की धरती को मैं नमन करने जा रहा हूं. हाजीपुर के लोगों से आशीर्वाद लेने जा रहा हूं. उम्मीद और पूरा विश्वास है कि जिस तरह पापा को हमेशा हाजीपुर के लोगों ने सिर आंखों पर बैठाया था ये आशीर्वाद मुझे भी मिलेगा.
अंतिम फैसला जनता को लेना है: चिराग
बातचीत में चिराग ने आगे कहा, “मैं ईमानदारी से कहता हूं कि किसी भी लड़ाई को किसी भी चुनौती या चुनाव को मैं हल्के में नहीं लेता. जरूरी है कि हर पल आप अपना शत प्रतिशत देते जाएं. ईमानदारी से प्रयास करते जाएं. मेरी तरफ से मेरे प्रयासों में कहीं कमी न रह जाए इस बात को मैं जरूर ध्यान में रखूंगा. अंतिम फैसला जनता को लेना है.”
नामांकन से पहले की पूजा-अर्चना
हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने से पहले चिराग पासवान ने पटना के खगौल में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उम्मीद करता हूं कि जिस तरह से हाजीपुर के लोगों ने मेरे पिता को हमेशा स्नेह और आशीर्वाद दिया, वैसे ही मुझे भी अपना प्यार और आशीर्वाद देंगे.
आरजेडी के शिवचंद्र राम से मुकाबला
हाजीपुर सीट पर उनका सामना राष्ट्रीय जनता दल के शिवचंद्र राम से होगा. वह बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं. हालांकि 2019 में उनको पशुपति पारस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. शिवचंद्र के लिए पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाजीपुर में जनसभा को संबोधित कर चुके हैं.
आशीर्वाद देने आ सकते हैं चाचा पारस
चिराग पासवान के नामांकन के बाद हाजीपुर में जनसभा का भी आयोजन किया जा रहा है. उस रैली में बिहार एनडीए के कई बड़े नेता शामिल होंगे. इसके लिए आरएलजेपी अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को भी निमंत्रण भेजा गया है. खबर है कि चाचा अपने भतीजे को आशीर्वाद देने के लिए हाजीपुर जा सकते हैं.
पासवान परिवार की पारंपरिक सीट हाजीपुर
रामविलास पासवान हाजीपुर से कई बार सांसद रह चुके हैं. 1977, 1980, 1989, 1996, 1998, 1999, 2004 और 2014 में रामविलास को जीत मिली थी, जबकि 2019 में उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस जीते थे. हालांकि 1984 और 2009 में रामविलास पासवान को हार का सामना करना पड़ा था.