03 माओवादियों पर है 05.00 लाख का ईनाम घोषित
बीजापुर@पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी जानकारी कीक्षपुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज एवं उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज दंतेवाड़ा के मार्ग दर्शन में जिले में चलाये जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के दौरान डीआरजी, बस्तर फाईटर, STF एवं 202, 210 केरिपु 85, 222वी वाहिनी के द्वारा किये जा रहे संयुक्त प्रयासो से छ0ग0 शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति से प्रभावित होकर निम्नलिखित माओवादियों ने आज दिनांक 25 मई 2024 को उप महानिरीक्षक केरिपु, बीजापुर एस.के. मिश्रा, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ.जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट 222वी बटालियन केरिपु विनोद मोहरिल, कमांडेंट, 85वी बटालियन केरिपु व्ही0तुसिंग, कमांडेंट कोबरा 202 अमित कुमार, कमांडेंट 210 कोबरा अशोक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ऑप्स वैभव बैंकर, चन्द्रकांत गवर्ना, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भैरमगढ़ तारेश साहू, उप पुलिस अधीक्षक ऑप्स सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी बीजापुर विनित साहू के समक्ष माओवादियो की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताड़ना से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया । 1.राजू हेमला ऊर्फ ठाकुर पिता पाण्डु हेमला उम्र 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोरसागुड़ा बीरागुड़ापारा थाना बासागुड़ा पदनाम : पीएलजीए बटालियन नम्बर 01 का पार्टी सदस्य, ईनाम राशि 02.00 लाख। सामो कर्मा ऊर्फ रनिता पिता भीमा कर्मा उम्र 24 वर्ष जाति मुरिया निवासी दुगोली थाना गंगालूर, पदनाम- कंपनी नम्बर 05, प्लाटून नम्बर 01 ए सेक्शन पार्टी सदस्या, ईनाम राशि 02.00 लाख रूपये। सुदरू पुनेम ऊर्फ हिरोली सुदरू पिता भोस्कू पुनेम उम्र 30 जाति मुरिया निवासी हिरोली गायतापारा थाना गंगालूर, पदनाम पुसनार आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, ईनाम राशि 01.00 लाख रूपये । सुगराम माड़वी, सुरेश कुंजाम, आयतु पुनेम, रमेश पुनेम, पायकू मड़काम, आयतु कुंजाम, मंगल पुनेम, मासा सोढ़ी, रेनू पुनेम, राजू तामो, अर्जुन कर्मा, हुर्रा कर्मा, सुखराम कर्मा, संजय तामो, छोटू पुनेम, पोदिया पुनेम, मंगडू मड़कम, जटिया, भीमा मड़कम, भीमा मड़कम, देवा माड़वी, कुमार सोढ़ी, जोगा मड़कम, हिड़मा मड़कम, सोना मड़कम, शंकर मड़कम, बुदरी कारम पुसनार आरपीसी मिलिशिया प्लाटून सदस्य ।
घटनाओं में शामिल राजू हेमला ऊर्फ ठाकुर , माओवादी संगठन में कार्य का विवरण वर्ष 2007 से कोरसागुड़ा बाल संघम सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुआ । वर्ष 2008 से 2009 तक डीएकेएमएस सदस्य के पद पर कार्य किया, वर्ष 2010 में कृषि शाखा का कार्य दिया गया । वर्ष 2013 से 2021 तक कोरसागुड़ा आरपीसी में मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर के पद पर संगठन में कार्य किया । वर्ष 2022 में पीएलजीए बटालियन नम्बर 01 में पार्टी सदस्य की जवाबदारी दी गई । उक्त पद पर 2.00 लाख का ईनाम घोषित है । हत्या सड़क अवरूद्ध घटनाओं में शामिल। सामो कर्मा ऊर्फ रनिता, माओवादी संगठन में कार्य वर्ष 2010 में पीड़िया एलओएस में पीएलजीए सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुई । वर्ष 2012 में कंपनी नम्बर 05 के प्लाटून नम्बर 01 में पार्टी सदस्या के पद का कार्य दिया गया । संगठन में सिंगल शॉट बंदूक रखती थी । उक्त पद पर 02.00 लाख का ईनाम घोषित है । वर्ष 2019 में मेसपुर के जंगल में पुलिस व माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ 01 जवना शहीद । वर्ष 2019 में कैम्प मोहला से निकली पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगाकर हमला, मई 2019 को रावघाट क्षेत्र में ग्राम आलपरख के जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ में शामिल , जून 2023 में मानकोड जिला नारायणपुर के जंगल में पुलिस पार्टी के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल। सुदरू पूनेम ऊर्फ हिरोली सुदरू , माओवादी संगठन में कार्य वर्ष 2008 में संगठन में गंगालूर एरिया कमेटी पुसनार आरपीसी में सीएनएम सदस्य के पर भर्ती हुआ । वर्ष 2008 से 2012 तक पुसनार आरीपीसी में सीएनएम सदस्य के पद पर संगठन में कार्य दिया गया । वर्ष 2014 में हिरोली डीएकेएमएस कमेटी का सदस्य बनाया गया । वर्ष 2016 में पुसनार आपीसी मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर का कार्यभार दिया गया । वर्ष 2019 में पुसनार आरपीसी में जनताना सरकार अध्यक्ष का कार्य दिया गया । उक्त पद पर 01.00 लाख रूपये का ईनाम घोषित है । वर्ष 2016 में गदामली से कैका जाने वाली रोड पर जगह जगह गडढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने 2016 में मिरतुर चेरली मार्ग पर रोड निर्माण कार्य में लगे पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगाकर हमला किया गया जिसमें 02 जवाना शहीद हुए । वर्ष 2017 में चेरली कैम्प पर हमला , वर्ष 2018 में बैलाडीला एनएमडीसी के 05 ट्रक में ग्राम पारपोड के पास रोककर आगजनी की घटना में शामिल, वर्ष 2019 में गंगालूर पुसनार मार्ग पर जगह जगह गडढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने की घटना में शामिल, वर्ष 2020 में गंगालूर पुसनार मार्ग पर जगह जगह गडढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने की घटना में शामिल।
संगठन छोड़ने का कारण बताया कि संगठन में कार्यो की उपेक्षा करने, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं माओवादियों के द्वारा आदिवासियों पर किये जा रहे अत्याचार से त्रस्त होकर एवं छ.ग. शासन की आत्मसमर्पण नीतियों से प्रभावित होकर भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए उक्त माओवादियों द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया । आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् 25000-25000/- रूपये (पच्चीस हजार रूपये) नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया ।