International Yoga Day: Governor participated in the yoga camp, Yoga has now become a part of global culture, organised at Raj Bhavan – Governor Harichandan
राज्यपाल ने कहा कि योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो अब वैश्विक संस्कृति का हिस्सा बन गई है। योग के माध्यम से देश-विदेश के योगी एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा दे रहे हैं। यह उद्गार राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अंतर्राराष्ट्रीय योग दिवस केे अवसर पर राजभवन में आयोजित योग शिविर में व्यक्त किया।
राजभवन में आयोजित योग शिविर में राज्यपाल हुए शामिल
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज राजभवन मे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग शिविर मेे शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग स्वस्थ एवं संतुलित जीवनशैली को प्रोत्साहित करता है। ध्यान और योग से मानसिक शांति मिलती है, जिससे समाज में सकारात्मकता सोच बढ़ती है। यह शरीर के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ रखता है और हमें बीमारियों से बचाता है। अगर कोई किसी बीमारी से पीड़ित है तो उसके ईलाज के लिए नियमित योग कारगर साबित होता है।
राज्यपाल ने कहा कि योग हमारे शरीर, मन, विचार और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। यह स्वास्थ्य और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त करता है। योग सिर्फ व्यायाम नहीं है बल्कि शारीरिक और बौद्धिक विकास में सहायक सिद्ध होता है। यह स्वयं के साथ-साथ दुनिया और प्रकृति के साथ एकत्व की भावना लाती है। उन्होंने कहा कि योग हमारी जीवनशैली में बदलाव लाकर और प्राकृतिक बदलावों के जरिए शरीर को स्वस्थ बनाने में मददगार साबित होता है। योग न केवल हमें स्वस्थ रहता है बल्कि हमारे आचरण, विचार और व्यवहार में भी बदलाव आता है। यह वास्तव में हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे देश की योग विद्या को आज वैश्विक मान्यता मिली है।
कार्यक्रम में योग आयोग से आए हुए प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में राजभवन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियांे ने उत्साह पूर्वक योगाभ्यास किया। राज्यपाल ने योग आयोग के प्रशिक्षको को राजकीय गमछा, फल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
योगाभ्यास में राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, विधिक सलाहकार राजेश वास्तव, उपसचिव हिना अनिमेष नेताम सहित राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी शामिल हुए। योग प्रशिक्षक अशोक साहू, आनंद साहू, भोजराज साहू के नेतृत्व में उनकी टीम ने राजभवन में योगाभ्यास कराया।
भारत ने कब दिया था योग का प्रस्ताव
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत ने कब योग का प्रस्ताव दिया था, तो आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस का प्रस्ताव दिया गया था।
कब मिली मंजूरी
भारत की विश्व में योग गुरू के रूप में पहचान है। क्योंकि, यहां की संस्कृति में शुरू ही से योग शामिल रहा है। इसका उदाहरण हमें ऋष-मुनियों द्वारा अपनाई गई योग की पद्धति के रूप में भी देखने को मिलता है। लंबी चर्चा और गहन विचार के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 दिसंबर, 2014 को भारत के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाई और 21 जून का दिन योग दिवस के लिए तय किया गया। इसके बाद से लगातार 21 जून को ही योग दिवस का आयोजन किया जाता रहा है।
कितने देशों का मिला था समर्थन
अब सवाल है कि भारत के योग के प्रस्ताव को कितने देशों का समर्थन मिला था ? आपको बता दें कि जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की ओर से इस प्रस्ताव को पेश किया गया, तो इस पर दुनियाभर के देशों ने मंथन किया और अंत में कुल 177 देशों ने भारत के इस प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र द्वार इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। वर्तमान में दुनिया में कुल 195 देश हैं, जिसमें से 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश हैं।