Delhi Rain: Life disrupted, rain became a disaster for people in Delhi! Power cut, four dead and more than 70 injured
नई दिल्ली। मानसून की पहली वर्षा में राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न एजेंसियों की नाकामी के चलते एक वयक्ति की मौत हो गई। इसी तरह, जलभराव व वर्षा संबंधित विभिन्न घटनाओं में 70 से अधिक लोग घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, लुटियंस दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों के साथ सैन्य अधिकारी, केंद्रीय अधिकारी व उद्योगपतियों का बंगले भी जलभराव की जद में आ गए।







उनके घरों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। स्थिति यह कि सपा के वरिष्ठ नेता व सांसद राम गोपाल यादव अपने घर से असाधारण स्थिति में कर्मचारियों की गोद में बैठकर कार तक पहुंचकर संसद तक पहुंचे। ऐसी ही स्थिति कई अन्य सांसदों के साथ उत्पन्न हुई। कुछ दिन पूर्व तक पानी के लिए धरने पर बैठीं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का घर भी वर्षा व सीवर के पानी से लबालब हो गया।
विभिन्न एजेंसियों की नाकामी का नतीजा है जलभराव
पिछले साल के जलभराव को दिल्ली सरकार की पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी व एनडीएमसी द्वारा घोर अनदेखी का खामियाजा शुक्रवार को दिल्ली वालों को भुगतना पड़ा। देर रात से जारी वर्षा ने सीवर, नालों व नालियों की सफाई के सारे कागजी दावे को न सिर्फ बहा दिए, बल्कि नालियों व सीवर का पानी सड़क व फुटपाथ को पार कर घरों व दुकानों में घुस तबाही मचाई।
दिल्ली में बारिश: ताजा घटनाक्रम
शुक्रवार शाम को दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में बारिश के पानी से भरे गड्ढे में खेलते समय आठ और 10 साल के दो लड़के डूब गए। दूसरी घटना में, शालीमार बाग इलाके में पानी से भरे अंडरपास में एक व्यक्ति डूब गया।
इस बीच, वसंत विहार में ढही एक निर्माणाधीन दीवार के मलबे में फंसे तीन मजदूरों के शवों को शनिवार को बचाव कर्मियों ने बाहर निकाला। भारी बारिश के बाद चंद्रावल WW-II पंप हाउस में खराबी के कारण दिल्ली के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। दिल्ली जल बोर्ड ने कहा कि शनिवार को भी पानी की आपूर्ति में बाधा बनी रहेगी।
बाजार जैसे छेत्रो मे जलभराव से करोड़ों की क्षति
दिल्ली के तमाम इलाके कनाट प्लेस, चांदनी चौक, नई सड़क, बल्लीमारान, दरीबा कलां, सदर बाजार, खान मार्केट, कमला नगर, भोगल, निजामुद्दीन समेत अन्य बाजारों की दुकानों में पानी भर गया। नरेला अनाज मंडी में खुले में रखे सैकड़ों क्विंटल अनाज पानी में भीग गए। अनुमान है कि एक दिन की वर्षा व कारोबारी प्रतिष्ठानों में जलभराव से व्यापारियों का 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है
इन मार्गों पर रहा जाम
विकास मार्ग, आइटीओ, रिंगरोड, राजघाट, मथुरा रोड, एम्स, जंगपुरा, कश्मीरी गेट बस अड्डा, आनन्द विहार, जीटी करनाल हाई-वे, नरेला, सिंघु बार्डर, किराड़ी, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, मुंडका, बादली, सिरसपुर, लिबासपुर, रोहिणी स्थित केएन काटजू मार्ग, नजफगढ़, हस्तसाल, उत्तम नगर, बदरपुर, महारानी बाग व संत नगर समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति रही।