Satta King or Bharat: Hyderabad police caught four policemen of Bhilai police, Mahadev Satta App accused jumped from the hotel after seeing Chhattisgarh police…
दुर्ग। महादेव सट्टा एप्प के आरोपियों को पकड़ने गई भिलाई सायबर टीम के चार पुलिसकर्मियों को हैदराबाद पुलिस ने पकड़ कर थाने में बैठा लिया। थाने में बैठे पुलिसकर्मियों के नाम राकेश चौधरी, राजीव सिंह, भावेश पटेल व एक अन्य हैं।
जानिए मामला
दरअसल, भिलाई के सुपेला थाने में दर्ज अपराध महादेव सट्टा एप्प केस से जुड़े कुछ आरोपियों के तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में छिपे होने की जानकारी मिली थी। इस सूचन पर दुर्ग के भिलाई की सायबर सेल को हैदराबाद रवाना किया गया था। पुलिस की टीम ने आरोपियों की जानकारी जुटा कर हैदराबाद के एक होटल में छापामार कार्रवाई की। पुलिस को सामने देख एक आरोपी हडबडा गया और पकड़े जाने के डर से होटल के चौथे मंजिल से कूद गया। इस घटना में आरोपी को गंभीर चोट लगी और उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सायबर पुलिस के चार पुलिसकर्मियों को हैदराबाद पुलिस ने पकड़ा
इधर, हैदराबाद पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही भिलाई सायबर पुलिस के चार पुलिसकर्मियों को पकड़कर थाने में लाया गया। बताया जा रहा है इन चारों पुलिसकर्मियों को हैदराबाद के थाने में बुलाया गया था। हैदराबाद पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर आरोपियों के दुर्ग ले जाने कि अनुमति दे दी है। फिलहाल, दुर्ग पुलिस की टीम पकड़े गए आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाएगी।
भिलाई सायबर सेल की कार्रवाई और तेलंगाना की घटना
इसी बीच महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के पैनल को पकड़ने के उद्देश्य से भिलाई सायबर सेल की टीम तेलंगाना पहुंची। हैदराबाद के एक होटल में रेड मारने के दौरान, एक आरोपी ने पकड़े जाने के डर से चौथे माले से छलांग लगा दी। उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के बाद हैदराबाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भिलाई सायबर सेल की टीम के चार पुलिसकर्मियों, जिनमें राजीव सिंह, राकेश चौधरी, और भावेश पटेल शामिल हैं, को हिरासत में लिया और थाने में बैठा दिया। बताया गया कि आरोपी ने भिलाई सायबर सेल के डर से चौथे माले से छलांग लगाई थी। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है।
महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप के जरिए अवैध सट्टेबाजी के इस सिंडिकेट का पर्दाफाश होना एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस और ईडी की कार्रवाई से इस प्रकार की गतिविधियों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। इस मामले की जांच और इससे जुड़े तथ्यों का पता चलना बाकी है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि अवैध सट्टेबाजी के इस जाल में और कौन-कौन शामिल हैं।