Himachal News: 77 roads closed in Himachal, landslides at some places and heavy rain at others… Meteorological Department issued orange alert
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से 77 सड़कें बाधित हो गई। इसके साथ ही बारिश की वजह से 236 बिजली आपूर्ति योजनाएं और 19 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
माडी जिले में 67 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को नदी और नालों से दूर रहने के लिए बोला है। बरसात के बाधित होने वाली अधिकांश सड़कें माडी जिले में हैं। यहां करीब 67 सड़कें बंद की गई हैं। चंबा जिले में सात, कांगड़ा लाहौल और शिमला में एक-एक सड़क अवरुद्ध है।
बारिश के कारण बह गए पुल
अधिकारियों के अनुसार लाहौल में जिंगजिंगबार के पास बाढ़ के कारण दारचा को सरचू से जोड़ने वाली सड़क बंद है। वहीं कांगड़ा में बारिश के कारण पुल बह जाने से रास्ता बंद हो गया है।
नए पुल का निर्माण जुलाई तक होने की संभावना है। साथ ही मंडी में बिजली आपूर्ति में सबसे ज्यादा व्यवधान देखने को मिला है। जिले में बाधित विद्युत आपूर्ति योजनाओं की संख्या 132 हैं।
मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट
भारी बारिश के कारण गुरुवार को राज्य में 115 सड़कें बंद हो गईं। मौसम विभाग ने शुक्रवार तक राज्य के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अलग-अलग इलाकों में आंधी और बिजली गिरने के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
बिजली और जल आपूर्ति भी बाधित
अधिकारियों की माने तो भारी बारिश और भूस्खलन के कारण शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में 77 सड़कें बंद हो गईं। इसके अलावा, बारिश के कारण आज राज्य में 236 जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित हैं। यही नहीं करीब 19 जगहों पर जलापूर्ति भी बाधित हुई हैं।
वहीं, गुरुवार को भारी बारिश के कारण राज्य में 115 सड़कें बंद रहीं। मौसम विभाग ने शुक्रवार तक राज्य के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों में गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
इतने दिनों तक खराब रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार दौरान मानसून की गतिविधि की तीव्रता और वितरण में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 8 जुलाई से वर्षा की गतिविधि में कमी आने की संभावना है।
इस अवधि के दौरान औसत न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। आज भी प्रदेश के कई भागों में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शिमला में भी मौसम खराब बना हुआ है। राज्य में 11 जुलाई तक मौसम खराब रहने के आसार हैं।
कहां कितनी बारिश
गुरुवार रात को पालमपुर में 128.0, कटौला 110.2, बैजनाथ 95.0, जोगिंद्रनगर 64.0, मंडी 40.4, कोठी 36.0, कुफरी 33.2, शिलारू 32.5, कोटखाई 32.3, धर्मशाला 26.2, मनाली 22.0 व खदराला में 21.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं बारिश का पानी लोगों के घरों में घुसने के कारण कांगड़ा जिले के नगरी चाचियां में लोगों ने सड़क पर पेड़ रखकर रास्ता बंद किया।
स्थानीय लोगों, सैलानियों को नदी-नालों के किनारे न जाने को सलाह
कुल्लू व लाहौल में शुक्रवार सुबह से झमाझम बारिश हुई। करीब पांच घंटे की बारिश से किसान-बागवानों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों व सैलानियों को नदी-नालों के किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। बारिश से सेब, नाशपाती, प्लम व जापानी फल साहित अन्य फलों को संजीवनी मिलेगी। आकार के साथ फलों में रसीलापन भी आएगा।
न्यूनतम तापमान
शिमला 17.4, सुंदरनगर 22.6, भुंतर 21.9, कल्पा 15.4, धर्मशाला 20.0, ऊना 25.4, नाहन 22.1, पालमपुर 19.0, सोलन 20.8, मनाली 18.9, कांगड़ा 22.2, मंडी 23.1, बिलासपुर 25.4, हमीरपुर 25.8, चंबा 24.3, जुब्बड़हट्टी 21.3, कुफरी 16.2, कुकुमसेरी 11.6, नारकंडा 14.3, रिकांगपिओ 19.0, धौलाकुआं 27.1, बरठीं 25.5, समदो 18.4, पांवटा साहिब 27.0, सराहन 19.0, देहरा गोपीपुर 24.0, ताबो 14.9, नेरी 25.3, सैंज 21.3 और बजौरा में 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कांगड़ा के ईच्छी में झमाझम बारिश से जलभराव, सड़कें बनीं तालाब
कांगड़ा जिले के गगल में ईच्छी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से ही झमाझम बारिश के चलते कई गली-मोहल्लों व सड़कों पर जलभराव हो गया है। सड़कें तालाब बन गई हैं। छोटे नाले उफान पर आ गए। गांव जाने वाले रास्ते भी पानी से भर गए हैं। वहीं मुलथान तहसील के सभी गांवों में रात से लगातार भारी बारिश हो रही है। बरोट-मुलथान-लोहारड़ी मुख्य सड़क जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गई।