On the increase in mobile tariff, the government said- ‘This is not our jurisdiction’
नई दिल्ली । 3 जुलाई 2024, से देश में प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमतें बढ़ा दी हैं। इस फैसले के बाद जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के मोबाइल रिचार्ज प्लान करीब 20 फीसदी तक महंगे हो गए हैं।
सभी टेलीकॉम कंपनियों की ओर से अचानक लिए गए इस फैसले से स्मार्टफोन यूजर्स खासा नाराज हैं। हालांकि, कंपनियों ने अपने ग्राहकों को पहले ही इस बारे में जानकारी देने के साथ उन्हें एडवांस रिजार्ज का ऑप्शन दिया था।
सरकार को लेकर भी दावा किया जा रहा था कि भारत सरकार ने रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडियो को बिना किसी विनियमन के टैरिफ हाइक की परमिशन दी। इसी कड़ी में मोबाइल टैरिफ हाइक (Mobile Tariff Hike) को लेकर सरकार की ओर से स्थिति साफ की गई है।
मोबाइल टैरिफ हाइक पर सरकार का क्या कहना है
एक ऑफिशियल प्रेस रिलीज में नियामक संस्था ने कहा कि तीन निजी क्षेत्र की कंपनियों और एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के साथ मोबाइल सर्विस मार्केट डिमांड और सप्लाई के मार्केट फोर्स के साथ चलता है।
प्रेस रिलीज के मुताबिक, टेलीकम्युनिकेशन सर्विस के रेट्स मार्केट फोर्स के साथ तय होते हैं। यह रेट्स स्वतंत्र नियामक यानी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India) द्वारा अधिसूचित नियामक ढांचे के भीतर तय होते हैं।
सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं फैसला
भारत सरकार का कहना है कि वह फ्री मार्केट के फैसलों को लेकर कोई हस्तक्षेप नहीं करती है क्योंकि यह कार्यक्षमता ट्राई के अधिकार क्षेत्र में है।
सरकार का कहना है कि मोबाइल सर्विस के टैरिफ को लेकर होने वाले किसी भी बदलाव को लेकर टेलीकॉम ऑपरेट ट्राई को पहले ही जानकारी दे देते हैं। ट्राई निगरानी रखता है कि ऐसे बदलाव निर्धारित नियामक ढांचे के भीतर हों।
5G निवेश के साथ मूल्य वृद्धि
वर्तमान मूल्य वृद्धि दो साल की अवधि के बाद हुई है, जिसके दौरान दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSP) ने देश भर में 5G बुनियादी ढांचे को रोल आउट करने में भारी निवेश किया है। इस निवेश से महत्वपूर्ण परिणाम मिले हैं।
इसमें औसत मोबाइल स्पीड में 100 एमबीपीएस की उछाल और भारत की वैश्विक मोबाइल इंटरनेट स्पीड रैंकिंग में नाटकीय सुधार हुआ है। हमारा देश अक्टूबर 2022 में 111वें स्थान से आज 15वें स्थान पर पहुंच गया है।
उपभोक्ता की जरूरतों का ध्यान
ट्राई उपभोक्ता की सामर्थ्य और दूरसंचार क्षेत्र की वित्तीय सेहत के बीच संतुलन बनाने के महत्व को स्वीकार करता है। 5G, 6G और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में निरंतर निवेश उद्योग 4.0 के लिए आवश्यक है, लेकिन इस प्रगति का समर्थन करने के लिए एक वित्तीय रूप से स्थिर उद्योग आवश्यक है।
ट्राई पिछले दशक में सरकारी नीतियों द्वारा लाए गए सकारात्मक बदलावों पर प्रकाश डालता है। पहले, इस क्षेत्र को विवादों और पारदर्शिता की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
हाल की नीतियों ने महत्वपूर्ण वृद्धि को बढ़ावा दिया है और वॉयस और डेटा सेवा दोनों की कीमतों में पर्याप्त गिरावट आई है। सरकार ने स्पष्ट किया कि हाल ही में कीमतों में वृद्धि 5G बुनियादी ढांचे में उद्योग के निवेश के प्रति बाजार की ताकतों को दर्शाती है। जबकि उपभोक्ता संरक्षण प्राथमिकता बनी हुई है, निरंतर विकास और तकनीकी उन्नति के लिए एक वित्तीय रूप से व्यवहार्य दूरसंचार क्षेत्र महत्वपूर्ण है।