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राहुल गांधी के बयान पर भड़के शिक्षा मंत्री, ‘सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता, नीट पेपर लीक मामले पर संसद में घमासान;

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Education Minister furious over Rahul Gandhi’s statement, ‘Lies do not become truth just by shouting’, uproar in Parliament over NEET paper leak case;

बजट सत्र के सुचारु संचालन के लिए रविवार को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सरकार की ओर से राज्यसभा में पार्टी के नेता जेपी नड्डा, संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू व कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित 44 दलों के 55 नेता शामिल हुए।

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया आर्थिक सर्वे

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा,”कारोबार में सुगमता लाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जवाब में करीब 11 कदमों का उल्लेख किया गया है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है 63 अपराधों को गैर-अपराधीकरण करना, जिसके परिणामस्वरूप आज कंपनियां अनुपालन की चिंता किए बिना अपना काम कर पा रही हैं। एक केंद्रीय प्रसंस्करण प्रणाली भी स्थापित की गई है।”

सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता: शिक्षा मंत्री

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “चूंकि यह (NEET) एक व्यवस्थित मुद्दा है, तो आप इस मुद्दे को ठीक करने के लिए क्या कर रहे हैं? शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, बेहद निंदनीय है।”

हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या: राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा,”पूरे देश के सामने यह स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है, सिर्फ NEET में ही नहीं बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में। मंत्री (धर्मेंद्र प्रधान) ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें यहां जो कुछ हो रहा है, उसके मूल सिद्धांतों की समझ है।”

नीट पेपर लीक मामले पर मोदी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव

NEET परीक्षा मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “यह सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाएगी। कुछ केंद्र ऐसे हैं जहां 2,000 से अधिक छात्र पास हुए हैं। जब तक यह मंत्री (शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान) हैं, छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा।”

सत्र 12 अगस्त तहमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या: राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा,”पूरे देश के सामने यह स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है, सिर्फ NEET में ही नहीं बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में। मंत्री (धर्मेंद्र प्रधान) ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि उन्हें यहां जो कुछ हो रहा है, उसके मूल सिद्धांतों की समझ है।”क चलेगा

संसद का मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। सत्र के 22 दिनों में 19 बैठकें होंगी। आज केंद्र सरकार इकोनॉमिक सर्वे पेश करेगी। कल यानी 23 जुलाई को आम बजट आएगा। इसके बाद 6 नए बिल पेश किए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर का बजट भी इसी सत्र में पेश होगा।

अखिलेश यादव ने कहा- सरकार ने पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाया

संसद में लोकसभा की कार्रवाई जारी है। विपक्ष ने कहा कि NEET में गड़बड़ी की वजह से कई स्‍टूडेंट्स की मौत तक हुई है। इसके जवाब में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कुछ ही जगहों पर गड़बड़ी हुई है। CBI मामले की जांच कर रही है जो एक प्रोसेस है।

सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा- ये सरकार और कोई रिकॉर्ड बनाए न बनाए, पेपर लीक का रिकॉर्ड जरूर बनाएगी। NEET परीक्षा में कई सेंटर ऐसे हैं जहां 2 हजार से ज्‍यादा बच्‍चे पास हो गए। जबकि कुल सीटें 30 हजार हैं। जब तक ये शिक्षा मंत्री रहेंगे, बच्‍चों को न्‍याय नहीं मिलेगा।

आशा है लोकतंत्र के मंदिर में जनता की आशाओं को पूरा करने के लिए उपयोग होगा

हमारे सभी माननीय सांसद चर्चा को समृद्ध करेंगे। कितने भी विरुद्ध विचार होंगे। विरुद्ध विचार बुरे नहीं होते, नकारात्मक विचार बुरे होते हैं। देश को प्रगति की विचारधारा की जरूरत है। मैं आशा करता हूं कि हम लोकतंत्र के इस मंदिर का देशवासियों की आशाओं को पूरा करने के लिए उपयोग करेंगे।

संसद के पहले सत्र में प्रधानमंत्री का गला घोंटने का प्रयास किया गया

मैं सभी दलों से कहता हूं, जो सांसद पहली बार सदन में आए हैं, उन्हें बोलने का मौका दीजिए। आपने देखा होगा संसद के नई संसद गठन होने के बाद जो पहला सत्र 140 करोड़ देशवासयों ने जिस सरकार को बहुमत के साथ काम करने का हुकुम दिया, उसकी आवाज दबाने का काम किया। देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का प्रयास किया, उनकी आवाज रोकने का काम किया, इसका उन्हें कोई दुख नहीं है। देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है। दल के लिए नहीं देश के लिए है।

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