पुसौरः
नगर पंचायत पुसौर में न्यायालय के बेदखली के आदेष से रहवासी को अपना मकान व कब्जा भुमि को छोडना पडा जो कि उसके जाने आने का एक मात्र रास्ता था ऐसे स्थिति में आवेदक ने रायगढ कलेक्टर जनदर्षन में इसके लिये रास्ता दिलवाने की मांग की है। सुत्रों के अनुसार जनकराम संवरा पिता परमानंद संवरा एवं स्व. दिवाकर वारिसान तेजराम वगैरह के बीच जमीन विवाद में न्यायालय ने तेजराम वगैरह को जनकराम संवरा द्वारा पिछले कई वर्शो से मकान बनाकर रह रहे मकान भूमि को दिलवाये जाने हेतु तहसील न्यायालय पुसौर को आदेष किया और जनकराम का मकान खाली कराया जाकर तेजराम वगैरह को कब्जा दिलाया गया। कब्जा पाने के बाद तेजराम वगैरह ने वाद भुमि को अपने पजेसन मे लिया जिससे जनकराम के आने जाने का रास्ता बंद हो गया वहीं जनकराम के मुताविक उसके घर में रखे सारे सामान जेसीपी से दिवाल गिराने के बीच दब गये जिसमें लाखों रूप्ये के सामान दब गये । बहरहाल आने जाने के लिये इसने कलेक्टर जनदर्षन में रास्ता की मांग किया है। बेदखली की कार्यवाही ठीक बरसात के बीच होने से यह वाकिया जनचर्चा में है जिसमें जनकराम संवरा के प्रति लोगों का संवेदना है और उनका कहना है कि कम से कम बरसात के बाद इसको अंजाम में दिया जाना था।