नारायणपुर- शिखर साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ सम्बद्ध धरोहर हमारे गौरव के तत्वाधान में लोककला, साहित्य पर वैचारिक संगोष्ठी एवं राष्ट्रीय सम्मान समारोह वृन्दावन सभागार, सिविल लाईन रायपुर में 01 सितम्बर, रविवार को आयोजित किया गया।
अकादमी प्रतिवर्ष छ.ग. प्रांत व देश के विभिन्न प्रदेशों के कलाकार, साहित्यकार, शिक्षाविद, चिकित्सक, मातृशक्ति, पत्रकार एवं समाजसेवियों को राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान के लिए सम्मानित करती है।इस वर्ष छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त बिहार,उ.प्र.,म.प्र., राजस्थान, ओड़ीसा, महाराष्ट्र एवं गुजरात के विशिष्ट प्रतिभाओं ने समारोह में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बस्तर महाराजा कमलचंद्र भंजदेव,आरंग विधायक माननीय गुरु खुशवंत साहेब, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ.उषा बारले एवं पद्मश्री राधेश्याम बारले के करकमलों से शिक्षा, साहित्य, सामाजिक सेवा एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान के लिए लतेलराम नाईक, शिवकुमार पात्र,पुनूराम प्रधान,उपेश्वर ठाकुर,दामेसाय बघेल, कृष्णपाल राना,डमरूराम धनेलिया एवं हल्बी लोककला मंच सोनपुर जिला नारायणपुर को अकादमी ने स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया ।
अ.भा.हल्बा-हल्बी आदिवासी समाज कर्मचारी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.एस.नायक, श्याम धावड़े आईएएस, रणजीत सिंह धनेलिया,नंदकुमार प्रधान, घनश्याम पात्र,लोकेश बाकड़ा,रूपेन्द्र मांझी, धर्मेंद्र बाकड़ा,उदय कुंवर, गोवर्धन नाग आदि शुभचिंतकों ने खुशी जताई है और सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ता विभूतियों को समाज का गौरव बढ़ाने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।