जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही प्रदेश भर में बुलडोजर की धड़ाधड़ कार्रवाई शुरू हो गई है। इसे लेकर भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के प्रदेश अध्यक्ष दीपक दुबे ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अवैध चखना सेंटरों पर कार्रवाई करना काफी हद तक ठीक है, लेकिन एकाएक इस तरह की कार्रवाई से हजारों लोगों के सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। बगैर उन्हें पुर्नस्थापित किए इस तरह की कार्रवाई से हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि नई सरकार यदि सरकारी संपत्ति पर हुए बेजाकब्जा पर भी इस तरह बुलडोजर चलाए तो कोई बात है। उन्होंने कहा प्रदेश भर में बेजाकब्जा की अंबार है, जिसमें ज्यादातर सफेदपोश ही शामिल है। गांवों से लेकर शहर और प्रदेश मुख्यालय में भी बेजाकब्जा की भरमार है, जहां बुलडोजर चलाने का साहस किसी में नहीं है। महज गरीबों और दबे कुचले लोगों को इस तरह बेरोजगार करके सिर्फ उनसे निवाला छीनने का काम किया जा रहा है। उन्होंने गिनाते हुए कहा कि जांजगीर चांपा जिले के लछनपुर एनएच 49 के दोनों ओर बेजाकब्जा की भरमार है, जहां कई शिकायत के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। इसी तरह शिवरीनारायण के तालाब की भूमि पर बेजाकब्जा, सक्ती में तो पूरी कालोनी ही बेजाकब्जा में बन गई है। उन्होंने कहा रायपुर में कई होटल सहित बड़े बड़े काम्पलेक्स शासकीय जमीन पर बन गए हैं, जिस पर बुलडोजर चलाने की जरूरत है।