आखिर कौन है ये, WCPL ट्रेलर ट्रांसपोर्टर, जिसपर स्थानीय प्रशासन है मेहरबान
तमनार से घरघोड़ा के बिच सभी गांवों के लोगों की रातो की नींद है हाराम
घरघोड़ा से तमनार जाने का एकमात्र पक्की सड़क जोकि ग्रामीण सड़क है जिसमें सड़क के किनारे कई गांव और स्कूल स्थापित है और लगभग 25 वर्ष के बाद दोबारा यह सड़क पक्की बनाई गई है जिस पर रोजाना सैकड़ों की संख्या में बिना परमिशन के ओवरलोड कोयले से भरी ट्रेलर चल रही हैं कुछ ग्राम के लोगों ने स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से वाहन बंद करने के लिए पत्र भी सौंपा था और घरघोड़ा तमनार अधिवक्ता संघ ने भी घरघोड़ा से तमनार मार्ग में बिना परमिशन के कोयले से भरी ओवरलोड गाड़ियों को चलने के लिए घरघोड़ा एसडीएम को ज्ञापन दिया था लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती दिख रही और तो और आरटीओ परिवहन विभाग भी खामोश है जबकि ओवरलोड तथा वाहनों से संबंधित दस्तावेजों की भी जांच की मांग उठ रही है घरघोड़ा हाई स्कूल में टावर लाइट के बगल में घरघोड़ा पुलिस थाना के द्वारा बड़े-बड़े सीसी कैमरे लगाए गए हैं अगर प्रशासन चाहे तो सीसी फुटेज निकालकर भी कार्यवाही कर सकता है स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस की उदासीनता के कारण घरघोड़ा तमनार देवगढ़ झरियापाली जरेकेला के लोग अवैध परिवहन से त्रस्त हो रहे हैं और जल्द ही अवैध वाहन प्रवेश के खिलाफ में फिर से आंदोलन करने की बात सामने आ रहीं है, ज्ञात होगा कुछ महीना पहले ही बच्चों से भरी स्कूल बस का भयानक एक्सीडेंट कोयला ट्रेलर से घरघोड़ा कंचनपुर फाटक के पास हुआ था और घरघोड़ा तमनार देवगढ़ के पास भी घटना होते-होते रह गई जिसको देखते हुए मैराथन बैठक तहसील कार्यालय घरघोड़ा और तमनार कार्यालय में एसडीएम की अध्यक्षता में रखी गई थी जिसमें घरघोड़ा तमनार ग्रामीण सड़क में अवैध परिवहन की पाबंदी की बात कही गई थी लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद wcpl की ट्रेलर पावर ग्रिड बाईपास में रात को 11 बजे सड़क सुनसान होने का इंतजार करती है फिर घरघोड़ा नगर होते हुए तमनार सड़क की ओर दौड़तीनजर आ रही है और वही तमनार से भरी कोयलों से ट्रेलर रात 11 बजे के बाद शुरू हो जाती है आखिर इस ट्रांसपोर्टर को किसका सह मिल रहा है सूत्रों से जानकारी मिली है कि घरघोड़ा के एक अधिकारी और रायगढ़ परिवहन विभाग की मिली भगत से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को और छत्तीसगढ़ सरकार को की जाएगी इस पर जल्द ही जिला प्रशासन को निर्णय लेना होगा तब जाकर अवैध वाहनों के प्रवेश में प्रतिबंध लगेगा और अवैध परिवहन में संलिप्त अधिकारी के ऊपर भी कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए जिससे क्षेत्र की आम जनता को जिला प्रशासन पर विश्वास और भरोसा रहे!