नारायणपुर – कलेक्टर अजीत वसंत एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव द्वारा आज जिले के आंगनबाड़ी केन्द्र पालकी और इमलीपदर का निरीक्षण किया गया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र पालकी और इमलीपदर के बच्चों को नाश्ता नियमित रूप से खिलाने तथा आंगनबाड़ी केंद्र में बाउंड्रीवॉल तथा शौचालय मरम्मत करने के निर्देश दिए | उन्होंने निरीक्षण के दौरान सेक्टर सुपरवाइजर से बच्चों को दी जाने वाली चिक्की और अंडा की जानकारी ली तथा अनबॉक्स कार्यक्रम अंतर्गत आंगनबाड़ी के बच्चों को दी जाने वाली खिलौने, चित्र बनाने के किट बॉक्स से बच्चों को अभ्यास कराने निर्देशित किया। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्र के 3 से 6 वर्ष के बच्चों की दर्ज संख्या की जानकारी ली, आंगनबाड़ी केंद्र पालकी में शौचालय मरम्मत तथा खिलौने उपलब्ध कराने और इमलीपदर का निरीक्षण करते हुए केंद्र में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए।
नई शिक्षा नीति के तहत जिला प्रशासन ने स्कुल ऑफ क्रिएटिविटी अनबॉक्स नागपुर के साथ मिलकर यह अनोखी पहल की है। जिसमे प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा विषय पर आधारित आंगनबाड़ी के बच्चो के लिए कला, खेल, गतिविधि और खोज पर आधारित पाठ्याचार्य का लचीला आयोजन किया गया है। यह अभियान जिले के कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देशन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेशकुमार ध्रुव के मार्गदर्शन में यह अभियान संचालित किया जा रहा है।
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी में बच्चों को दी जाने वाली मूंगफली चिक्की, अण्डा नाश्ता और पोषण ट्रेकर की जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से बच्चो का जानकारी लेकर अनौपचारिक शिक्षा नियमित रूप से देने निर्देशित किये । कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर गतिविधियां के संबंध में जानकारी लिया। सेक्टर बिंजली की सुपरवाइजर तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और प्रियंका से बातचीत कर उनके प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा की ‘इस उपक्रम में बच्चो के साथ दृक कला, संगीत, और पठन माध्यम से बुद्धि विकास, मनोविकास तथा कौशल विकास पर आधारित कलाकसरतोका अनुभव मिल रहा है। आंगनबाड़ी के बच्चों को एलीमेंट्री और एडवांस्ड कार्यक्रम के माध्यम से इसका लाभ मिल रहा है। निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रविकांत धुर्वे, बिंजली की सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती रेखा सूर्यंवंशी उपास्थित थी।