गाजीपुर। जिले के गौरी सैदपुर स्थित भगवान श्रीराम के मंदिर (बाबा अमंगलहारी दास जी पर्ण कुटी) में इस वर्ष भी कार्तिक मास के अवसर पर रामायण पाठ का भव्य आयोजन किया गया। यह परंपरा सिंह परिवार द्वारा पिछले 18 वर्षों से निरंतर चली आ रही है। कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के शुभ अवसर पर रामायण पाठ का समापन हुआ, जिसके बाद साधु-संतों और जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
सिंह परिवार की इस परंपरा ने न केवल उनके पैतृक गांव गौरी सैदपुर की पहचान को मजबूती दी है, बल्कि समाज में धार्मिक और सामाजिक सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
पारिवारिक एकता और श्रद्धा का परिचय
सिंह परिवार के सभी सदस्य, जिनमें अजय सिंह, मनोज सिंह, संतोष सिंह, अशोक सिंह सहित परिवार के अन्य सदस्य शामिल थे, इस आयोजन में पूरे हर्षोल्लास के साथ शामिल हुए। सभी ने भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना कर रामायण पाठ के समापन के अवसर पर आशीर्वाद प्राप्त किया।
साधु-संतों और जरूरतमंदों की सेवा
भंडारे के दौरान सैकड़ों साधु-संतों और जरूरतमंद बुजुर्गों को भोजन कराया गया। इसके अलावा, सिंह परिवार द्वारा सेवा कार्य के तहत 151 कंबल का दान किया गया। सभी जरूरतमंदों और संतों को दक्षिणा के साथ कंबल प्रदान कर उनकी सहायता की गई।
भक्ति और सेवा का अद्वितीय उदाहरण
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सेवा और दान की उत्कृष्ट परंपरा को भी दर्शाता है। सिंह परिवार ने अपनी इस पहल से समाज में भक्ति और सेवा का संदेश फैलाया है।
स्थानीय जनता की सराहना
इस भव्य आयोजन में स्थानीय ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सिंह परिवार के इस प्रयास की सराहना की। रामायण पाठ और भंडारे का यह आयोजन हर वर्ष गांव में श्रद्धा और उत्साह का माहौल लेकर आता है।