Naxalites challenged the new government of Chhattisgarh, CRPF soldier martyred, Naxalites committed 6 major incidents within 1 week
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है. नक्सलियों ने जगरगुंडा के बेदरे इलाके में वारदात को अंजाम दिया. इस हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया. एक जवान की हालत गंभीर है. जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त नक्सलियों ने हमला किया उस वक्त जवान एरिया डोमिनेशन पर निकले थे. राज्य में 1 हफ्ते के अंदर 6 नक्सली हमले हुए हैं. इनमें 50 से ज्यादा आईईडी विस्फोटक बरामद किए गए. बता दें, तीन दिन पहले ही नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के कांकेर में बारूदी सुरंग में ब्लास्ट किया था. इस विस्फोट में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था. ये जवान उत्तर प्रदेश का रहने वाला था.
इलाके की चेकिंग की जुटीं टीमें
वहीं अब टीम ने आस-पास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन कर चार संदिग्धों को पुलिस कब्जे में लिया है. इसके अलावा सीआरपीएफ, कोबरा और जिला बल के द्वारा आस-पास इलाके की सघन चेकिंग भी की जा रही है.
बीएसएफ और जिला पुलिस बल के जवान संयुक्त रूप से गश्त कर रहे थे. इसी दौरान यह ब्लास्ट हुआ था. इससे पहले नारायणपुर में भी नक्सलियों ने हमला किया था. छत्तीसगढ़ चुनाव से ठीक पहले भी नक्सलियों ने कांकेर में ही बड़ा हमला किया था. नक्सलियों ने दहशत फैलाने के मकसद से कांकेर-नारायणपुर सीमा क्षेत्र और गढ़चिरौली (एमएच) जिले के ट्राइजंक्शन के पास 3 लोगों की हत्या कर दी थी. तीनों के शव मोरखंडी के ग्रामीण अपने गांव लेकर गए थे. ग्राम मोरखंडी छोटे बेटिया कांकेर से महज लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सभी मृतक पखांजूर के मोरखंडी इलाके के ही बताए जा रहे थे.
सुकमा में 11 दिसंबर को हुआ था आईईडी ब्लास्ट
11 दिसंबर को नक्सलियों ने सुकमा जिले में आईईडी ब्लास्ट किया था. इसमें दो सुरक्षाकर्मी हो जख्मी गए थे. विस्फोट किस्ताराम पुलिस थाना क्षेत्र में हुआ था. यहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षा प्रदान करने के लिए गश्त कर रही थी. तभी यह ब्लास्ट हुआ.
पुलिस का मुखबिर समझा तो मार दिया
चुनाव के बीच बीजापुर जिले में भी नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में 40 साल के व्यक्ति की हत्या कर दी थी. उन्होंने चुनाव अधिकारियों को भी 7 नवंबर को हुए चुनाव के लिए मतदान केंद्र नहीं जाने की चेतावनी दी थी. पुलिस अधिकारियों ने मृतक की पहचान मुचाकी लिंगा के रूप में की थी. पुलिस ने बताया था कि नक्सलियों ने उसकी गला घोंटकर हत्या की थी. उन्होंने मुचाकी के शव को बीजापुर जिले में गलगम और नड़पल्ली गांवों के बीच सड़क किनारे फेंक दिया था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने लिंगा पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाया था.