Will humans be able to know the date and time of death? AI will tell the date and time.! Scientists created such technology
कई बातें ऐसी होती हैं जिनके बारे में इंसान को ना पता चले तभी अच्छा रहता है। इसी में एक अपनी मौत का समय भी है। अगर किसी को मौत का समय पता चला जाए तो उसके लिए जिंदगी एक बोझ बन जाएगी। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतनी तरक्की कर रहा है कि वैज्ञानिकों को दावा है कि तकनीक के जरिए इंसान की मौत का वक्त भी बताया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल प्रेडिक्ट डेथ ऑफ पर्सन मॉडल बनाया है। दावा किया गया है कि किसी इंसान के बारे में जानकारी लेकर यह उसकी मौत के बारे में सटीक जानकारी दे सकता है। यह भी कहा गया है कि AI द्वारा बताया गया गया समय 78 फीसदी सही साबित होगा।
मॉडल बता देगा मरने का वक्त
इसके निर्माताओं का कहना है कि ये इस आधार पर लोगों की मौत का पता भी लगा सकता है. इस मॉडल को 35 से 65 साल के लोगों पर टेस्ट किया गया जिनमें से आधे लोग तो 2016 से 2020 के बीच मर चुके थे, तो इस मॉडल ने 78 फीसदी सटीक उत्तर देते हुए बता दिया कि कौन मरेगा और कौन जिएगा. टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट की रिसर्च टीम को प्रोफेसर सुने लीमैन लीड कर रहे थे. उन्होंने बताया कि मॉडल को डेनमार्क के डाटा के आधार पर तैयार किया गया था, तो मुमकिन है कि ये दूसरे देशों के डाटा को सही ना जांच पाए.
कंपनियों के हाथ नहीं लगनी चाहिए तकनीक!
उन्होंने कहा कि ऐसे मॉडल कंपनियों के हाथों में नहीं जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात ये है कि हमारे मॉडल का उपयोग किसी इंश्योरेंस कंपनी द्वारा नहीं किया जाना चाहिए. ऐसा इसलिए है क्योंकि बीमा कंपनियां इसी आधार पर लोगों के पैसे चुकाती हैं. फिलहाल ये मॉडल आम जनता के इस्तेमाल के लिए नहीं है. पर प्रोफेसर का मानना है कि ऐसे मॉडल्स को कंपनियां पहले से ही बना चुकी हैं और ऐसे डाटा का आदान प्रदान कर रही हैं. इस तरह के मॉडल से असामयिक मौत से भी बचा जा सकता है.