पुसौरः
तहसील मुख्यालय पुसौर से लगभग 13 कि.मी दुर ग्राम मिडमिडा के सीमा में कुध्री बाजार के नाम से एक बजार प्रति सप्ताह लगता है जिसमें आसपास के ग्राम नेतनागर, झलमला, दर्रामुडा, भाठनपाली, लहंगापाली सहित अन्य ग्राम के लोग यहां खरीदी करने आते हैं इसके साथ इस बाजार की इतनी प्रसिद्धि है कि जिले में इसका नाम लिया जाता है। यहां के गहरा मेला को लेकर काफी उत्साही रहते हैं इसलिये लोग इसका साल भर से प्रतिक्षा में रहते हैं। उक्त गहरा मेला में रावत नाचा, नाच गाना, अपेरा नाटक के साथ साथ भेड़ा लड़ाई, पक्षियों की लड़ाई सहित अन्य रोमांचक प्रतियोगितायें होती थी जिसमें अब काफी कटौति होते जा रहा है इसके बावजूद भी बाजार का आकर्शण बनी रहे इसके लिये बिते गुरूवार को यहां के सरपंच सचिव द्वारा आस पास के पूर्व एवं वर्तमान सरपंच बीडीसी एवं गणमान्य लोगों की बैठक कराई जिसमें रेषम लाल साव, भिखरी यादव, नेहरू किसान गजेन्द्र चैहान, अनिल गुप्ता आनंद बारीक, सुभाश किसान षषिभूशण मेहर पूर्णचद्र उरांव, प्रहल्लाद किसान ललित किसान जित्तेसिंह, सत्यनारायण, रामनारायण नंदे, बलराम साव इन्दरलाल सारथी, श्रीमती संजु किसान, सुमन पाव, नरेन्द्र सिंह, मगनपाल सिंह, किषोर गुप्ता, सत्ते सिंह, गौरांग साव, प्रेमषंकर पंडा, आलोक सा सहित अन्य लोग मौजुद रहे। जानकारी के मुताविक 5 जनवरी को यहां गहरा मेला होना है इसके लिये आस पास के मवेषी पालको, नाटक पार्टियों से संपर्क किया जा रहा है ताकि वे मेला के दिन आकर अपना प्रदर्षन करें। उक्त बैठक को लेकर जिला भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष गौरांग साव ने बताया कि बाजार की भव्यता क्षेत्रीय लोगों के संपन्नता को बोध कराता है इसलिये बाजार में आने वाले लोगों को हर संभव सुविधा मुहैया कराने की जरूरत है।