पुसौर जनपद के 88 पंचायतों में कार्यरत सचिवों में से पहली बार देवलसुरा पंचायत में कार्यरत सचिव पुरूशोत्तम लहरे का सेवावधि पुर्ण होने के बाद उनका सेवा निवृत्ति का कार्यक्रम जनपद कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित हुआ जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिशेक बनर्जी, जनपद उपाध्यक्ष गोपी चैधरी, सचिव संघ एवं उनके पदाधिकारी सहित अन्य जनपद स्टाफ के साथ जनप्रतिनिधि भी मौजुद रहे। जानकारी के मुताविक उक्त कार्यक्रम लगभग 12 बजे से प्रारंभ हुआ जिसमें सीईओ बनर्जी ने सेवा निवृत्त हुये पुरूशोत्तम लहरे को ससम्मान मुख्य अतिथि की आसंदी में बिठाते हुये स्वागत की औपचारिकता प्रारंभ हुई जिसमें प्रायः सभी ने हिस्सा लेकर लहरे जी को माल्यार्पण किया।इसी कडी में उदबोधन का दौर प्रारंभ हुआ जिसमें उपस्थित लोगों ने अपने अपने मंतव्य साझा किये और इस प्रकार यह कार्यक्रम लगभग 3 बजे तक इसे संपन्न करते हुये आयोजक टीम बाजागाजा के साथ लहरे के निवास ग्राम घुटकुपाली ससम्मान इन्हें पहुंचा ये वहीं लहरे जी का परिवार एवं ग्रामवासी, उक्त आयोजक टीम का विधिवत् सम्मान किया। कार्यक्रम के मंच संचालक व सचिवसंघ के अध्यक्ष ने बताया कि सचिव के पद पर 1996 में पुरूशोत्तम लहरे पहली बार नावापारा अ पंचायत में पदस्थ हुये और कुछ साल बाद देवलसुरा पंचायत में पदस्थ हुयेजहां इनकी सेवानिवृत्तिहुई। 28 वर्श के सेवावधि में इन्हें षासकीय कार्य में लापरवाही जनित कोई नोटिस तामिल नहीं हुआऔर ये किसी उच्चाधिकारी या जनप्रतिनिधि का कोपभाजन भी नहीं बने इस प्रकार इनके सचिवी कार्यकाल निर्विवाद रहा है।गौरतलब है कि अन्य षासकीय कर्मचारी रिटायर होने पर उन्हें पेंषन के साथ साथ उनका जमा राषि आदि लाखों में प्राप्त होता है ऐसे स्थिति सचिवों के रिटायर होने में नहीं होती इन्हें नहीं पेंषन मिलेगा और नहीं कोई जमा राषि। एक उपादान राषि की घोशणा षासन द्वारा किया गया है जो इन्हें उनके वेतन के आधार पर मिल सकता है।