BJP’s ‘Modi’s family’ campaign on social media, all BJP leaders including Amit Shah, Nadda changed bio to ‘X’, wrote ‘Modi’s family’ in front of name
लालू यादव के आरोपों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया नारा दे दिया. पीएम मोदी ने कहा, ‘पूरा देश ही मेरा परिवार है’. इसके बाद से बीजेपी नेताओं ने एक नया अभियान ही शुरू कर दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अधिकतर टॉप बीजेपी नेताओं ने सोमवार (4 मार्च, 2024) को अचानक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले टि्वटर नाम से मशहूर) पर प्रोफाइल के बायो में दी गई जानकारी को अपडेट कर लिया. दोपहर के समय इन नेताओं के एक्स हैंडल्स पर नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ शब्द भी जोड़ लिया गया.
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2024/07/10.jpg)
![](https://readerfirst.com/wp-content/uploads/2024/07/1.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2024/06/1.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2023/12/1-1-750x567.jpg)
![](https://kirandoot.com/wp-content/uploads/2024/01/4.jpg)
अमित शाह के अलावा जेपी नड्डा, अनुराग ठाकुर, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी ने भी अपने प्रोफाइल में बदलाव किया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तेलंगाना के आदिलाबाद में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरा देश उनका परिवार है। इसके बाद अचानक भाजपा के सभी नेताओं ने X हैंडल पर अपने नाम के साथ ‘मोदी का परिवार’ लिखना शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी लगातार परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. इससे परिवारवाद की राजनीति करनेवाले विपक्षी परेशान होते रहे हैं. अदिलाबाद की रैली में भी पीएम मोदी ने विपक्षियों को इस मुद्दे पर घेरा. पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टी के चेहरे अलग हो सकते हैं, लेकिन चरित्र एक ही होता है. दो चीजें पक्की हैं… इनके चरित्र में झूठ और दूसरा लूट.
बता दें कि ‘मैं हूं मोदी का परिवार’ की ही तरह साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं ने ‘मैं भी चौकीदार’ की मुहिम चलाई थी. इस दौरान भाजपा नेताओं के साथ-साथ पार्टी के फालोअर्स ने भी सोशल मीडिया अकाउंट के हैंडल्स पर अपने नाम के आगे ‘मैं भी चौकीदार’ लिख दिया था.
वैसे, ध्यान देने वाली बात है कि एक्स पर बीजेपी नेताओं की ओर से मोदी के परिवार नाम का इस्तेमाल ठीक चुनावी समर से पहले किया गया है. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी इस परिवार वाली अप्रोच के जरिए वोटर्स को साधना चाहेगी.