वि.खं. उसूर, भैरमगढ़ एवं बीजापुर के सचिव, पटवारी सहित ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की कलेक्टर ने ली बैठक
बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन विष्णुदेव साय द्वारा माओवाद प्रभावित इलाकों के गावों में विकास की गति में तेजी लाने और सरकार की योजनाओं से अंतिम व्यक्ति को जोड़ने “नियद नेल्लानार योजना” की शुुरूआत की गई है। शासन के निर्देशानुसार सुदूर संवेदनशील, पहुंचविहीन एवं माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास की गति को बढ़ाने ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने सहित केन्द्र और राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं से अंतिम व्यक्ति को लाभान्वित करने, “नियद नेल्लानार योजना” (आपका अच्छा गांव) के तहत सड़क, बिजली, पानी, राशन सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन जैसे 25 बुनियादि सुविधाओं को बढ़ावा देने कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने मैराथन बैठक ली। बैठक में सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार मुख्यरूप से उपस्थित थे। दो पालियों में आयोजित बैठक में मैदानी अमलों पटवारी, सचिव सहित संबंधित सीईओ जनपद पंचायत, एसडीएम, तहसीलदार उपस्थित हुऐ। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने चिन्हाकित ग्राम पंचायतों के पटवारी, सचिव से गांवो में मूलभूत सुविधाओं की जानकारी से अवगत होकर सभी गांवों में प्राथमिकता के आधार पर बारहमासी सड़क बनाने, विद्युतीकरण, सोलर विद्युत, उप स्वास्थ्य केन्द्र, स्कूल, आंगनबाड़ी, खोले जाने सहित राजस्व विभाग अर्न्तगत सभी पात्र किसानों को ऋण पुस्तिका प्रदाय करने, स्कूली बच्चों का जाति-निवास प्रमाण पत्र बनाने, ग्रामीणों का ईपिक कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना सहित शासन के हितग्राहीमूलक सभी योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने, कृषि भूमि का समतलीकरण, भूमि सुधार उन्नत बीज प्रदाय करने, विभिन्न मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति समय पर सुनिश्चित करने हेतु व्यापक समीक्षा करते हुऐ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। खेल मैदान का निर्माण स्कूल भवन, आंगनबाड़ी भवन, स्वास्थ्य केन्द्र सहित अन्य सामुदायिक भवनों के निर्माण करने के दिशा-निर्देश दिए। ज्ञात हो कि यह चिन्हाकिंत गांव अत्यंत सुदूर एवं संवेदनशील क्षेत्र है जहां वर्तमान में नवीन पुलिस सुरक्षा कैम्प स्थापित कर उनके आसपास के गांवों को बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराकर ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने एवं भय और आतंक के माहौल से मुक्त कराने का अभूतपूर्व प्रयास है। जिससे ग्रामीणों में शासन की योजनाओं से जुड़ने स्वयं एवं परिवार के सर्वांगीण विकास के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं। वहीं युवा वर्ग को मुख्यधारा में जोड़ने उनके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने विभिन्न गतिविधियों जैसे- खेल-कूद को बढ़ावा देने, खेल मैदान का निर्माण के साथ ही बैडमिंटन किट, फुटबॉल, क्रिकेट किट सहित बालिका खिलाड़ियों के लिए अन्य सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी गई।
झोपड़ी में संचालित तीन स्कूलों को 10-10 लाख रूपए की त्वरित स्वीकृति- कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बैठक के दौरान संज्ञान में आने पर सुदूर ग्राम पंचायत कोरसागुड़ा के आऊटपल्ली, ग्राम पंचायत तर्रेम के चुटवाही तथा ग्राम पंचायत पुजारी कांकेर के सापेड़ में नवीन स्कूल निर्माण हेतु प्रत्येक को 10-10 लाख रूपए कुल 30 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की। ज्ञात हो कि उक्त स्कूल झोपड़ीनुमा संरचना पर संचालित हो रही थी।