आदिवासी ग्रामीण चाहते हैं नगद भुगतान पिछले दो वर्षों का बोनस ना मिलने से हैं नाराज
सड़क विहीन है ग्रामीण क्षेत्र जल्द पहुंचने वाला है मौसम ठेकेदार है परेशान
बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – छत्तीसगढ़ के बस्तर के सभी जिलों के निवासी आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्रों में साल में एक बार अपनी आमदनी का मुख्य स्रोत (हरा सोना ) तेंदूपत्ता होता है । जिसकी इंतजार में साल भर आदिवासी क्षेत्र के ग्रामीण इंतजार करते रहते हैं। तेंदूपत्ता से अच्छी आमदनी हो सरकारें मानक बोरा रकम की घोषणाएं करता है पिछले सरकार ने 4500 में खरीदी की तो वही सत्ता परिवर्तन बाद वर्तमान सरकार 5500 में खरीदी करने की घोषणा किया हुआ । बीजापुर के उसूर, पामेड़ जो अंदरुनी क्षेत्रों में गिना जाता है, यह तेंदूपत्ता की तोड़ाई हुई पर पिछले दिनों की बे मौसम बारिश में फड़ो के ठेकेदारों का नुकसान भी किया एक तरफ टारगेट पूरा नहीं हुआ तो वही दूसरी ओर क्वालिटी खराब हुआ। जितने तेंदूपत्ताओं की तोडाई हुआ उसे अब फडो से उठाने की तैयारी कर रहे हैं पर उनके सामने एक बड़ी समस्या इन दिनों खड़ा हुआ, नाम नहीं बताने की तर्ज पर सूत्रों के हवाले से खबर है कि अंदरूनी क्षेत्रों के फड़ो के ग्रामीण कैश पेमेंट की मांग कर रहे हैं क्योंकि पिछले कई सालों से क्षेत्र में कैश पेमेंट मिलता रहा। कैश पेमेंट के पीछे ग्रामीणों का कहना है कि बैंकों के चक्कर काट काट कर चप्पल हमारे घिस गए कारण कुछ के खाता खोले गए तो कुछ के खाता नहीं खुले जिनका खाता खुला है। कुछ वर्षों से खाता खोल ऐसे ही छोड़ देने की वजह से उनकी ई केवाईसी के नाम पर बैंकों के चक्कर काट काट कर परेशान हो रहे हैं ग्रामीणों का आगे कहना है कि कुछ हितग्राहियों को पिछले बोनस की राशि भी नहीं मिला है जानकारी के मुताबिक बोनस की राशि चुनाव आदर्श आचार संहिता लगने से एक-दो दिन पहले चालू हुआ था आदरशू आचार संहिता लागू होते ही इस पर रोक लग गई, कुछ को मिला बाकी लाभ से अब भी वंचित है। प्रशासनिक तौर पर नियम तो बनाए जाते हैं, ठेकेदारों को इन दिनों सर दर्द और बढ़ चुका है । सरकार की ओर से कोई भी स्टेटमेंट नहीं आना पिछले दिनों में प्रशासनिक स्टेटमेंट गांवों में हवा की तरह फैल चुकी हैं कि अब कैश पेमेंट नहीं होगा तेंदूपत्ता उठाई में दिक्कत बन रहा है। सूत्रों की माने तो एम एस एस रेड्डी के उसूर ब्लाक के 1 A पामेड़, 1 B पामेड़, 02 पुजारी कांकेर, 3 B उसूर , 5 B कोरसागुड़ा, 22 A गुदमा, 23 A तोयनार, 23 B तोयनार उसके अलावा और भी क्षेत्र शामिल हैं। इन सब से सरकार व प्रशासन बेखबर भी नहीं इस रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी वासुदेव सोनी मौके में मिले उनसे जब इस संबंध में जानकारी लेने की कोशिश किया गया तो उनका साफ कहना है कि ग्रामीणों द्वारा लगातार कैश पेमेंट माांगा जा रहा । यही वजह बताया जा रहा माल ठेकेेदार उठा नही पा रहे और यह बात भी सच है कि कुछ हितग्राहियों का बोनस बंट नहीं पाया लोकसभा आदर्श आचार संहिता लगने की वजह से इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया