Home Blog Sukhoi Jet Crash: भारतीय वायुसेना का सुखोई लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त महाराष्ट्र के...

Sukhoi Jet Crash: भारतीय वायुसेना का सुखोई लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त महाराष्ट्र के नासिक में बड़ा हादसा,

0

Sukhoi Jet Crash: Indian Air Force’s Sukhoi fighter plane crashes, major accident in Nashik, Maharashtra,

मंगलवार को महाराष्ट्र के नासिक में भारतीय वायुसेना का एक सुखोई एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नासिक रेंज के विशेष महानिरीक्षक डी आर कराले ने बताया कि हादसे में पायलट और सह-पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए। विमान शिरसगांव गांव के पास एक खेत में क्रैश हुआ।

Ro No - 13028/44

पायलट सुरक्षित, मामूली चोटें

विमान के पायलट विंग कमांडर बोकिल और सह-पायलट बिस्वास ने सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाबी पाई। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों पायलटों को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें एचएएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई थी, जिसे बुझा दिया गया है। विमान के टुकड़े 500 मीटर के दायरे में फैले हुए हैं। भारतीय वायुसेना, एचएएल सुरक्षा और एचएएल तकनीकी इकाई की टीमों ने घटनास्थल का दौरा किया।

सुखोई एसयू-30 एमकेआई की विशेषताएं

सुखोई एसयू-30 एमकेआई भारतीय वायुसेना का सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट माना जाता है। भारतीय वायुसेना के पास 272 सक्रिय सुखोई एसयू-30 एमकेआई हैं। इस एयरक्राफ्ट में दो इंजन और दो पायलटों के बैठने की जगह होती है। कुछ एयरक्राफ्ट को सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को लॉन्च करने के लिए भी अपग्रेड किया गया है।
यह विमान 3,000 किलोमीटर तक हमला कर सकता है, जबकि इसकी क्रूज रेंज 3,200 किलोमीटर और कॉम्बेट रेडियस 1,500 किलोमीटर है। वजन में भारी होने के बावजूद, यह लड़ाकू विमान अपनी तेज गति के लिए जाना जाता है और आकाश में 2,100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।

आइए जानते हैं वायुसेना के इस फाइटर जेट की खासियत…

यह तेज और धीमी गति में हवा में कलाबाजियां खाते हुए दुश्मन को धोखा देते हुए उनपर हमला कर सकता है. Su-30MKI रूस के Su-27 का एडवांस्ड वर्जन है. वायुसेना के पास 272 Su-30MKI हैं. इस जेट में ग्रिजेव-शिपुनोव ऑटोकैनन लगी है. जो एक मिनट में 150 राउंड फायर करती है.
इसमें 12 हार्ड प्वाइंट्स लगे हैं. इसमें 4 तरह के रॉकेट्स लगा सकते हैं. चार तरह की मिसाइल और 10 तरह के बम लग सकते हैं. या फिर इनका मिश्रण लगा सकते हैं. इस फाइटर जेट में हार्डप्वाइंट्स में हथियारों को दागने की सुविधा ज्यादा है. अगर मल्टीपल रैक्स लगाए जाएं तो इसमें 14 हथियार लगा सकते हैं.

8130 kg के हथियार… ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस

यह कुल 8130 KG वजन का हथियार उठा सकता है. इसमें ब्रह्मोस मिसाइलें भी तैनात हो सकती हैं. चीन और पाकिस्तान जानते हैं कि ब्रह्मोस मिसाइल कितनी घातक और तेज है. सुखोई में लगने वाली ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 500 km है.
यह इकलौता ऐसा फाइटर जेट है, जिसे अलग-अलग देश अपने हिसाब से ढाल लेते हैं. या बदलाव करवाते हैं. ताकि अपने देश की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से उसकी तैनाती कर सकें. भारत में Su-30MKI को HAL बनाती है. 1997 में HAL ने इसका लाइसेंस रूस से लिया था. फिर फाइटर जेट को अपने हिसाब से बदलना शुरू कर दिया. एमकेआई का मतलब होता है- Modernised Commercial Indian.

रेंज और ताकत इतनी कि दुश्मन घबरा जाए

सुखोई की लंबाई 72 फीट है. विंगस्पैन 48.3 फीट है. ऊंचाई 20.10 फीट है. इसका वजन 18,400 KG है. इसमें लीयुल्का L-31FP आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन लगे हैं, जो उसे 123 किलोन्यूटन की ताकत देता है. यह फाइटर जेट अधिकतम 2120 किमी प्रतिघंटा की गति से उड़ता है. रेंज भी 3000 km है. बीच रास्ते में ईंधन मिले तो यह 8000 km तक जा सकता है. यह 57 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here