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सौ मीटर दूर पहाड़ी में मिला क्षत-विक्षत शव…घर में सो रही बुजुर्ग महिला को उठा ले गया तेंदुआ,

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A mutilated body was found in a hill 100 meters away… a leopard took away an elderly woman sleeping in the house,

छत्तीसगढ़ में कांकेर जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर चनार गांव में देर रात तेंदुआ कच्चे मकान का दरवाजा तोड़कर घर में रही महिला को उठाकर ले गया. घर से करीब 100 मीटर दूर पहाड़ी पर महिला की क्षत-विक्षत लाश मिली है, सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और शव को बरामद कर आगे की कार्यवाही में जुटा है. मामला नरहरपुर वन परिक्षेत्र का है.

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जानकारी के मुताबिक 75 साल की बुजुर्ग महिला राजिम बाई अपने कच्चे मकान में सोई हुई थी. देर रात पहाड़ी से उतरकर तेंदुआ दरवाजे को तोड़कर घर में जा घुसा और महिला को खींचकर पहाड़ी की ओर लेकर भाग गया. घर के ठीक बाजू में महिला का पूरा परिवार दूसरे मकान में था. लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी. सुबह जब घर के बाहर खून के धब्बे मिले और महिला घर में नही दिखी तब उनके बेटे ने खोजबीन शुरू की. खून के धब्बे के निशान को देखते हुए जब महिला का बेटा पहाड़ी पर पहुंचा तो वहां महिला की क्षत-विक्षत लाश पड़ी थी. जिसके बाद उसने गांव वालों के माध्यम से पुलिस और वन विभाग को सूचना दी.

CCTV कैमरे लगाए जाएंगे

पुलिस और फॉरेस्ट की टीम मौके पर पहुंच गई है और महिला के शव का पोस्टमार्टम गांव में ही करवाया जा रहा है. जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. नरहरपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर शंकर दास ने बताया कि क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी लंबे समय से है. जिसे पकड़ने CCTV कैमरे लगवाए जाएंगे और उसे दूर जंगल में छोड़ने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि महिला के परिवार को 6 लाख रुपए की सहायता राशि वन विभाग की तरफ से दी जाएगी.

नरभक्षी है तेंदुआ

कांकेर सीसीएफ एचएल रात्रे ने बताया खमढोड़गी घटना से साफ है कि वहां तेंदुआ नरभक्षी हो गया है। तेंदुए की प्रवृत्ति होती है कि जहां शिकार करने के बाद छोड़ कर जाता है वहां दोबारा जरूर आता है। इसलिए नरभक्षी तेंदुआ की पहचान करने खमढोड़गी में उक्त स्थान पर कैमरा लगाया गया है।
नरभक्षी तेंदुए की पहचान होने के बाद उसे पकड़ने योजना बनाई जाएगी। इलाके में और भी तेंदुए हैं, इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि पहले नरभक्षी तेंदुए की पहचान की जाए उसके बाद ही उसे पकड़ा जाए। जिले में यह पहली घटना है जिसमें तेंदुए ने नरभक्षी होकर महिला को अपना निवाला बना लिया। इसके पूर्व तक तेंदुआ मवेशी मुर्गों को ही अपना भोजन बनाते रहे हैं। 2014 में शहर में घुसे तेंदुए ने अपने बचाव दहशत में आमापारा में कुछ लोगों पर हमला किया था।

पहले भी तेंदुआ दिख चुका है

ग्रामीणोंने बताया कि आसपास पहाड़ी में तेंदुआ है। पहले भी तेंदुआ गांव चुका है। निकट के गांव कोकपुर में तेंदुआ हमेशा भोजन की तलाश में आता है। कोकपुर में कुछ दिनों पूर्व मुर्गी पालतू जानवरों को ले गया था। इसके अलावा दिन ढ़लते ही पहाड़ी में कई बार तेंदुआ देखा गया है।

घर से लेकर खेत तक मिले पंजे के निशान

वन विभाग की फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच जांच शुरू की। घर के बाहर तेंदुए के पंजे के निशान मिले। कुछ दूरी पर खून के धब्बे पंजे के निशान मिले। खेत में पड़े महिला के हाथ में भी तेंदुए के पंजे के निशान पाए गए। इससे स्पष्ट हो गया महिला को तेंदुआ उठा ले गया है।
रात में महिला के अकेले होने के कारण जानकारी किसी को नहीं लगी। दोपहर में शरीर के शेष अंगों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। शाम को वन विभाग ने अंतिम संस्कार करवाया।

 

 

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