Collector and SP reached late night to take stock of the incident, vandalism and arson in the office, three ministers including Deputy CM said…
रायपुर। प्रदर्शनकारियों के द्वारा सोमवार को जिला मुख्यालय बलौदाबाजार स्थित संयुक्त जिला कार्यालय में की गई तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना का जायजा लेने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा रात्रि करीब 1:30 बजे बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके साथ खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल एव राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा भी थे। उन्होंने कलेक्टर एव एसपी से घटना की विस्तृत जानकारी ली। साथ उन्होंने पूरे परिसर में हुई आगजनी, जिला पंचायत,कुटुंब न्यायालय एवं जनपद पंचायत कार्यालय सहित शहर का भी मुआयना कर नुकसानों का जायजा लिया।
डिप्टी सीएम शर्मा ने घटना पर गहरा दुःख प्रकट किया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए है। उन्होने आगे कहा भारी संख्या में वाहनों को क्षति पहुंचा गया है। जिनमे से कुछ अपने कार्य के लिए पहुँचे गरीब लोगों एवं अधिकारी कर्मचारी के होंगे साथ ही शासकीय सम्पति को नुक़सान पहुँचाया गया है,रिकॉर्ड रूम में न जाने कितनी दस्तावेज जल चुकी है, बिल्डिंग को जला दिया गया है जो की बड़ी मुश्किल से तैयार होती है। उन्होंने कहा कि सरकारी सम्पति को तबाह करने वाले समाज के नहीं होते। पूरे प्रदेश में परम पूज्य बाबा गुरुघासीदास को माना जाता है वे श्वेत ध्वजवाहक हैं तथा शांति के प्रतीक हैं।
विगत माह अमर गुफा में जैतखांभ को क्षति पहुँचायी गई थी इस पर पुलिस की जाँच से असंतुष्ट होकर समाज के लोगों ने जाँच की माँग की थी।सभी प्रकार की चर्चा के पश्चात न्यायिक जाँच की घोषणा माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गई थी।इस पर समाज के लोगो ने संतुष्टि ज़ाहिर करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए कार्यक्रम रखा था इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने भीड़ में घुसकर घटना को अंजाम दिया है। जिसकी जाँच की जा रही है ,दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान आई जी अमरेश मिश्रा,संजीव शुक्ला, कलेक्टर के एल चौहान,एसपी सदानंद कुमार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि गण सहित गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे। नीचे देखें वीडियो
“प्रदर्शनकारी DM ऑफिस में घुस गए और…”
घटना के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया था. इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां जुटे थे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगाए. बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया, “सतनामी समुदाय ने प्रदर्शन का आह्वान किया था और प्रशासन को लिखित में दिया था कि यह शांतिपूर्ण होगा, लेकिन विरोध हिंसक हो गया. लगभग पांच हजार की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक तोड़ दिए और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, जिसमें अधिकारियों सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. वे जिलाधिकारी परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे. उन्होंने कई कार, मोटरसाइकिल और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की इमारत में आग लगा दी और जिलाधिकारी कार्यालय पर पथराव किया, जिससे खिड़कियों के शीशे टूट गए.”
आग बुझाने आई दमकल की गाड़ी में भी लगा दी आग
सोशल मीडिया पर इस हिंसक विरोध प्रदर्शन की कई वीडियो सामने आई हैं. प्रदर्शन स्थल के वीडियो में लगभग 50 दोपहिया वाहन, दो दर्जन से अधिक कार और जिलाधिकारी कार्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक दफ्तर की इमारत में आग लगी हुई दिखाई दे रही है. भीड़ ने एक दमकल वाहन को भी आग के हवाले कर दिया. वीडियो में प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मियों से झड़प करते दिख रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने पहले ही ‘जैतखंभ’ में तोड़फोड़ की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं.
केंदीय एजेंसी से मामले की जांच की मांग
पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है. सतनामी समुदाय ने मांग की है कि इस मामले की स्थानीय पुलिस के बजाय केंद्रीय एजेंसी जांच करे. पुलिस का कहना है कि हमारे पास विरोध और हिंसा के वीडियो फुटेज हैं. जो लोग इसमें शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हिंसा में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. परिस्थितियों को देखते हुए बलौदाबाजार क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है. इस दौरान नगरपालिका बलौदाबाजार सीमा क्षेत्र में रैली, जुलूस पर प्रतिबंध रहेगा. पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के समूहों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. अधिकारियों ने बताया कि यह आदेश आज रात नौ बजे से इस महीने की 16 तारीख को मध्यरात्रि 12 बजे तक जारी रहेगा.
क्यों सुलग रहा बलौदाबाजार जिला…?
ये पूरा मामला जैतखंभ में तोड़फोड़ के बाद खड़ा हुआ. दरअसल, 15 और 16 मई की दरमियानी रात को कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा में स्थित सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले ‘जैतखंभ’ में तोड़फोड़ कर दी थी. सतनामी समाज इसे ‘जैतखंभ’ को एक पवित्र प्रतीक के रूप में पूजता रहा है. जब सतनामी समाज के लोगों को पता चला कि उनके पवित्र जैतखंभ को नुकसान पहुंचाया गया है, तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसने सोमवार को हिंसा का रूप ले लिया.