Janjgir: CM Sai expressed grief and announced to give Rs 5 lakh each to the families of the deceased… poisonous gas accident,
रायपुर। जांजगीर-चांपा के बिर्रा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम किकिरदा में 5 लोगों की दम घुटने से हुई मौत के मामले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मृतक के परिजनों को पांच – पांच लाख रुपए आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने अपने X हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि जांजगीर के ग्राम किकिरदा में कुंए की जहरीली गैस की चपेट में आने से 5 लोगों की दु:खद मौत की सूचना मिली थी। इस घटना में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा करता हूं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लिखा है कि हमारी सरकार पीड़ित परिजनों के हर संभव मदद के लिए तत्पर है। हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
गौरतलब है कि जांजगीर जिला स्थित बिर्रा क्षेत्र के किकिरदा गांव में एक पुराना कुआं है। जिसे काफी समय से उपयोग में नहीं लाया जा रहा था। गांव के ही लोगों ने पुरानी लकड़ियों का छप्पर बनाकर कुएं को ढंक दिया था। बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में बारिश और तेज हवा चलने के कारण कुएं के ऊपर बना लकड़ी का छप्पर कुएं के अंदर गिर गया था। जिसे निकालने गांव का एक आदमी कुएं के अंदर गया, जो काफी देर तक वापस नहीं आया। इसके बाद एक-एक कर 4 लोग और कुएं में उतरे और वापस बाहर नहीं आ सके।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक जताया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री साय ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। वहीं, मुख्यमंत्री साय ने हादसे में मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ित परिजन की हर संभव मदद के लिए तैयार है।
जानकारी के अनुसार जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र के किकिरदा गांव में रामचंद्र जायसवाल (60 वर्ष) नाम का एक व्यक्ति कुएं में लकड़ी अंदर गिरने पर उसे निकालने घुसा था, तभी गैस का रिसाव होने लगा और वह बहोश हो गया। इसके बाद पत्नी के शोर मचाने पर ये लोग उसे निकालने कुएं में घुसे थे, लेकिन कोई जिंदा नहीं लौट सका। रामचंद्र जायसवाल को बचाने सबसे पहले पड़ोसी रमेश पटेल (50 वर्ष) आया और वह कुएं के अंदर गया। उसकी भी सांसें भरने लगीं, फिर उसे बचाने उसके दो बेटे राजेंद्र (20 वर्ष) और जितेंद्र (25 वर्ष) भी कुएं के अंदर चले गए। जब चारों कुछ देर तक नहीं लौटे तो पड़ोस में रहने वाला टिकेश्वर चंद्रा (25 वर्ष) भी इन लोगों को बचाने के लिए कुएं अंदर चला गया। लेकिन जहरीली गैस के रिसाव से पिता और 2 बेटों समेत 5 लोगों की जान चली गई। सूचना पर पुलिस के साथ पहुंची SDRF की टीम ने सभी शवों को एक-एक कर कुएं से निकाल लिया है।
कैसे हुआ था हादसा
गौरतलब हैं कि जांजगीर चाम्पा के किकिरदा में जहरीली गैस ]के रिसाव की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया हैं। पुलिस ने रेस्क्यू के लिए टीमों को बुलाया है। इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
यह घटना किकिरदा गांव की है। यहां एक व्यक्ति लकड़ी निकालने के लिए कुएं में उतरा था। वह जैसे ही कुएं में अंदर पहुंचा तो जहरीली गैस की वजह से उसे दिक्कत हुई। इसके बाद उसे बचाने के लिए उसका पड़ोसी रमेश पटेल भी कुएं में उतर गया, लेकिन रमेश का भी दम घुटने लगा।