Cyber thugs used to lure people with 300 times profit, three arrested along with a woman for cheating a retired CMO of Rs 1.26 crore, this is how they used to make people their victims
प्रयागराज : जिले में साइबर क्राइम थाना टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने पूर्व सीएमओ से 1 करोड़ 26 लाख की ठगी के आरोप में गिरोह की सरगना महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि गिरोह के सदस्यों के पास से कई लोगों के बैंक खाते मिले हैं, जिसमें ठगी के पैसे ट्रांसफर किए जाते थे. गिरफ्तार किए गए आरोपी गुजरात के रहने वाले हैं.
डीसीपी गंगा पार अभिषेक भारतीय ने खुलासा करते हुए बताया कि प्रयागराज कमिश्नरेट के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन की टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर एफआईआर दर्ज हुई थी. पूर्व सीएमओ आलोक वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 26 लाख रुपए ट्रांसफर करके ठगी की गई है. इसके बाद गिरोह के तीन सदस्यों को टीम ने गिरफ्तार किया है.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में एक महिला भी है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम सबीना मोहम्मद, पटेल मोहम्मद सोहेल, सैयद अमीरुद्दीन बताया है. यह तीनों गुजरात के रहने वाले हैं. तीनों की गिरफ्तारी सिविल लाइन थाना क्षेत्र से हुई है. उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य लोगों को लुभाते थे और उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करते थे. लोगों को ट्रेडिंग का लालच दिया जाता था. भोले भाले लोगों को ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट करने के बाद 300 गुना मुनाफा दिए जाने का लालच दिया जाता था. शुरुआत में जो व्यक्ति इनके जाल में फंस जाता था, उनको कुछ प्रॉफिट भी दिया जाता था. लोगों का विश्वास जीतने के बाद उनसे ज्यादा अमाउंट ट्रांसफर कराया जाता था, उसके बाद ट्रेडिंग पेज से लॉगआउट कर देते थे.
पांचवीं पास शाबीना है मास्टरमाइंड
पुलिस का कहना है कि शाबीना का पहला निकाह साउथ अफ्रीका निवासी युवक के साथ हुआ था। वह पांचवीं पास थी, लेकिन साउथ अफ्रीका जाकर अंग्रेजी सीखा। इसके बाद बाइनेंस ट्रेंडिंग पर दो साल तक काम किया और इसी दौरान वह साइबर अपराधियों के संपर्क में आकर ठगी करने लगी।
शाबीना ने कुछ साल बाद माेहम्मद पटेल से दूसरा निकाह किया। वह 10वीं पास है और उसका साला भी हाईस्कूल तक की पढ़ाई की है। तीन विदेश आते-जाते रहते हैं। मास्टरमाइंड शाबीना है। ठगी के रकम को बैंक खाते से निकालने के दौरान इनकी सीसीटीवी फुटेज भी मिली है।
सोना तस्करी में पकड़ा गया था सुहेल
डीसीपी ने बताया कि पटेल मोहम्मद सुहेल कुछ साल पहले सोना तस्करी के मामले में अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पता चला है कि साइबर अपराध गांव में रहने वाले गरीब लोगों को अलग-अलग स्कीम का लालच देकर उनके खातों की जानकारी और पासवर्ड अपने पास रख लेते हैं। इसके बाद उस खाते में ठगी के पैसे डालते और निकालते हैं। ऐसे एकाउंट को म्यूल एकाउंट कहा जाता है।
सीडीएम से कालाधन करते हैं सफेद
पूछताछ में पता चला है कि मुख्य सरगना दुबई, ताईवान में बैठकर आनलाइन ठगी करते हैं। पूरे भारत में उनके एजेंट हैं, जो बैंक खाते का कलेक्शन करने से लेकर अन्य काम काम करते हैं। उसी के अनुसार उन्हें कमीशन दिया जाता है। साइबर अपराधी कालेधन को तकनीक के सहारे सफेद करते हैं।
इसके लिए सीडीएम मशीन (उसी खाते से नकदी निकालने के बजाय ग्राहक के बैंक खाते में जमा स्वीकार करती है) और क्रिप्टोकरेंसी बाइनेंस, यूएसडीटी (टेथर), बिटक्वाइन की मदद लेते हैं। टेथर दुनिया की पहली ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टोकरेंसी में से एक है, जिसका बाजार में चलन अमेरिकी डालर की वैल्यू के हिसाब से होता है। इस मामले में टेथर के जरिए विदेश के एकाउंट में पैसा भेजकर निकासी की गई है।