You would not have seen such passion, got his finger cut to play in Olympics, Australian player crossed all limits
नई दिल्ली। खिलाड़ी काफी जुनूनी होते हैं। वह खेलने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं। लेकिन कभी आपने सुना है कि किसी खिलाड़ी ने खेलने के लिए अपने शरीर का कोई हिस्सा कुर्बान कर दिया हो? ऐसा हुआ है और ये काम किया है ऑस्ट्रेलिया के हॉकी खिलाड़ी ने। इस खिलाड़ी का नाम है मैट डॉसन।
30 साल का ये खिलाड़ी उस ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा था जिसने तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक-2020 में सिल्वर मेडल जीता था। इस वह चाहते हैं कि टीम गोल्ड जीते और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी उंगली का बलिदान भी दे दिया है।
झेला दर्द
मैट को हाल ही में दाएं हाथ की रिंग फिंगर (अनामिका उंगली) में चोट लग गई थी। इससे उनके पेरिस ओलंपिक खेलने पर संकट मंडरा रहा था। लेकिन मैट अपना तीसरा ओलंपिक खेलना चाहते थे और इसके बाद उन्होंने जो किया वो हैरान करने वाला था। डॉक्टरों ने मैट को सलाह दी की वह चोट को रिकवर होने दें और ओलंपिक भूल जाएं। या फिर अपनी उंगली का ऊपरी हिस्सा कटवा दें। मैट ने हैरानी भर फैसला किया और अपनी उंगली का ऊपरी हिस्सा कटवाने को राजी हो गए।
उन्होंने फ्रांस के लिए उड़ान भरने से पहले ऑस्ट्रेलिया के चैनल सेवन से बात करते हुए कहा, “मैंने प्लास्टिक सर्जन से बात करते हुए ये फैसला लिया है। ये सिर्फ पेरिस ओलंपिक के नहीं बल्कि मेरे जीवन भर के लिए है। मेरे लिए सबसे अच्छा विकल्प था कि मैं अपनी उंगली का ऊपरी हिस्सा कटवा दूं। ये बेहतरीन चुनौती है।”
कोच भी हैरान
मैट के इस फैसले से टीम को कोच कोलिन बैच भी हैरान हैं। टीम के कोच ने कहा है कि ये बताता है कि वह खेल के लिए प्रति कितने जुनूनी हैं और उनकी प्रतिबद्धता किस स्तर की है। उन्होंने कहा, “ये ऐसी चीज है नहीं है जिसके बारे में कोच फैसला करे। इसके लिए मैट को पूरे नंबर मिलते हैं। जाहिर है वह पेरिस ओलंपिक में खेलने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। मुझे नहीं पता कि मैं ऐसा करता कि नहीं, लेकिन उन्होंने कर दिया है।”
उंगली ठीक होने में लगता 2 हफ्तों का समय, डॉसन ने लिया कटवाने का फैसला
ऑस्ट्रेलियाई पुरुष हॉकी टीम के 30 साल के खिलाड़ी मैथ्यू डॉसन जो तीसरी बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने जा रहे हैं उन्होंने अनामिका उंगली के टूट जाने के बाद कई डॉक्टरों से परामर्श लिए जिसमें सभी ने उन्हें इसे ठीक होने में लगभग 2 हफ्तों का समय बताया था। इससे डॉसन का पेरिस ओलंपिक में खेलने मुश्किल लग रहा था। ऐसे में डॉसन ने उंगली को कटवाने का फैसला लिया। टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडल टीम के सदस्य डॉसन को अपनी उंगली को प्लास्टर में करने या फिर उसे ठीक होने देने या अलग करने का विकल्प चुनना था, जिसमें डॉसन ने सर्जरी कराने का फैसला लिया।
मैथ्यू डॉसन ने सर्जरी के बाद ऑस्ट्रेलियाई चैनल सेवन को दिए अपने इंटरव्यू में कि मैंने उस समय प्लास्टिक सर्जन के साथ मिलकर न केवल पेरिस में खेलने के लिए, बल्कि उसके बाद के जीवन के लिए भी निर्णय लिया। मेरे लिए सबसे अच्छा विकल्प यह था कि मैं अपनी उंगली के ऊपरी हिस्से को काट दूं। ये मेरे लिए किसी चुनौती से कम नहीं था।
पेरिस ओलंपिक के लिए यहां पर देखिए ऑस्ट्रेलिया की पुरुष हॉकी टीम
गोलकीपर: एंड्रयू चार्टर।
डिफेंडर: जोशुआ बेल्ट्ज, मैथ्यू डॉसन, जेक हार्वी, जेरेमी हेवर्ड, एडवर्ड ओकेनडेन, कोरी वीयर।
मिडफील्डर: फ्लिन ओग्लिवी, लैचलन शार्प, जैकब वेट्टन, एरन जालेव्स्की (कप्तान)।
फॉरवर्ड/स्ट्राइकर: टिम ब्रांड, थॉमस क्रेग, ब्लेक ग्लोवर्स, टॉम विकम, के विलोट।
रिजर्व: जोहान डर्स्ट, नाथन एफ्राम्स, टिम हॉवर्ड।