पुसौर
पुसौर जनपद क्षेत्र के ग्राम केषापाली से कलमी के षिवमंदिर तक मुख्यमंत्री सडक निर्माण योजना के तहत लगभग एक कि.मी. लंबी रोड का निर्माण 32 लाख 6 हजार रूपये में स्वीकृत किया जाकर 4 सितम्बर 2023 से प्रारंभ किये जाने की जानकारी प्रकाष में आया है। जिसके निर्माण ऐजेन्सी की मनमानी चरम सीमा पर है और इसके लिये इसने रोड का निर्माण इस ढंग से कर रहा है कि उसके लगाये हुये गिट्टी सने डामर लगातार उखड रहा है जिसके कारण ग्रामीण जन निर्माण कार्य को रोक दिया है। उपस्थित समुचे ग्रामीणों की ओर से यहां के सरपंच आषीश कुमार गुप्ता ने बताया कि कुछ वर्श पहले यह रोड बना हुआ था जिसके डामर को उखाडकर आसपास उक्त निर्माण ऐजेन्सी ने फैला दिया और उसके साथ कुछ मिट्टी मिला दिया जिसका उचित ड््रेसिंग नहीं किया गया साथ ही रोड की चैडाई और थीकनेस जितना लेना चाहिये उतना नहीं लिया गया है वहीं बजरी गिट्टी के साथ डामर मिलाकर एक दम पतले लेयर में बिछाया जा रहा था जिसमें मोटर सायकिल चलते ही तुरंत जमीन दिख जा रहा था और कई जगह जमीन दबते जा रहा था। इस मनमानी को देखते हुये केषापाली और कलमी के ग्रामवासियों ने उक्त रोड का उचित निर्माण हो इसके लिये बहरहाल काम रोक दिया है ताकि रोड निर्माण ऐजेन्सी सहित संबंधित विभाग के लोगों तक यह बात पहुंचे। इसी कडी में इन्हौने बताया कि उक्त रोड से होकर हमारे कृशक गणो का फसल भरा हुआ भारी ट््रेक्टरों का आना जाना होता है और यह मजबूत नहीं होगा तो निष्चित ही ये भारी वाहन आये दिन दब कर फसेगा और हमें तरह तरह की परेषानी का सामना करना पडेगा। इस तथ्य को लेकर निर्माण ऐजेन्सी के मुंषी ने जमीन में नमी का हवाला देकर कहा कि मै केवल डामर वाला हूं। इस संबंध में मुख्य मंत्री सडक निर्माण विभाग के सब इंजिनियर अंजली पटेल ने आकर देखने की बात कही। जिनका इंतजार उक्त ग्रामवासियों ने लगभग 2 घंटा तक किया, फोन के जरिये अंजली पटेल कहते रहे कि मैं रायगढ से निकल चुकी हूं, पुसौर पहुंच चुकी हूं, 5 मिनट में पहुंच रही हूं लेकिन ये पहुंचे नहीं और अंत में सरपंच जी को फोन में बताया कि मैं कल आउंगी और देखूंगी। वहीं पता चला कि अंजली पटेल पुसौर आकर निर्माण ऐजेन्सी के मुंषी से बात कर रहे थे जिन पर सवाल खडे हो रहे हैं।
पुसौर तक पहुंचने के बाद भी रोड निर्माण स्थल तक न पहुंच कर मुंषी को बुलाकर पुसौर में बातचीत करना यह तथ्य निर्माण एजेन्सी के दबाब अथवा आर्थिक अनियमितता की ओर इंगित कर रहा है जिस पर षासन प्रषासन के लोगों का ध्यानाकर्शण होना जनहित में उचित प्रतीत हो रहा है ताकि षासकीय राषि के दुरूप्योग होने से बचाया जा सके। ज्ञात हो कि निर्माण स्थल पर चस्पा किये हुये बोर्ड में कलमी मंदिर तक रोड बनने का हवाला दिया गया है लेकिन वह मंदिर से पहले लगभग 150 मीटर दूरी तक ही रोड बनाया जा रहा है।