मस्तूरी- क्षेत्र के आस पास ग्रामीण क्षेत्रो में धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है, जिसमें में मस्तूरी एसडीएम ने संज्ञान में लेकर कार्रवाई शुरू की है ,जहाँ नोटिस के बाद बुलडोजर भी चलाया गया है,। मस्तूरी क्षेत्र में ऐसे कई जगह है जहां पर प्लाटिंग का खेल चल रहा था जिसे मस्तूरी एसडीएम द्वारा नोटिस जारी कर शासन के नियम अनुसार प्लाटिंग की जा रही है या नहीं जवाब प्रस्तुत करने कहा गया था संतुष्ट जनक जवाब नहीं मिलने के कारण आज मस्तूरी तहसील कार्यालय के सामने खसरा नं 78/9 संजय स़ंजित पिता मालिक राम,78/28 रामकुमार पिता मालिक राम,78/29 सनत पिता मालिक राम के जमीन पर हो रहे अवध प्लाटिंग पर मस्तूरी एसडीएम आमीत सिंन्हा के निर्देशा अनुसार तहसीलदार प्रमोद पटेल एवं पटवारी धीरज मिश्रा की उपस्थिति में अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। काफी दिनों से शासन प्रशासन की नजर अवैध प्लाटिंग करने वालो पर नहीं पड़ी थी, प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में नहीं आने के कारण इस कारोबार में जुड़े लोगों के हौसले बुलंद हो गए थे ,जो नियमों को दरकिनार कर अघोषित रूप से कालोनी बनाने का झांसा देकर प्लॉट काटकर करोड़ो रूपये कमा रहे है, और शासन को करोड़ो के राजस्व का चूना लगा रहे है। मस्तूरी में नेशनल हाईवे होने की वजह से लोग भी कच्चे प्लॉट खरीद रहे है, और अविकसित आवासीय योजना के झांसे में फंस रहे है। ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से अब तक कोई बड़ी कार्रवाई क्षेत्र में नही हुई है। जिससे दर्रीघाट,कर्रा ,मस्तूरी,मोहतरा,जयरामनगर,पेंड्री ,वेद परसदा सहित दर्जनों ग्रामों में अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है।
न टीएनसी और न कॉलोनाइजर लायसेंस..
शासन के नियम के अनुसार किसी भी जमीन पर आवासीय योजना को लेकर सबसे पहले टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से अनुमति ली जाती है, जो केवल कॉलोनाइजर लायसेंस होने पर मिलती है, क्योकि उस आवासीय योजना के पूर्ण विकास की जिम्मेदारी उस कॉलोनाइजर की होती है, ताकि भविष्य में वहाँ रहने वाले परिवारों को सभी सुविधाएं मुहैय्या कराई जा सके, लेकिन अवैध प्लाटिंग के मामलों में कोई भी जिम्मेदार नही होता जब वहां लोग रहने लगते है तो सड़क, बिजली, पानी, नाली से लेकर सभी तरह की समस्याएं सामने आने लगती है, तब फिर प्रशासन को दोषी ठहराया जाता है और जो परेशानी लोगों को उठानी पड़ती है वह अलग, इसलिए इन नियमो को अनिवार्य किया गया है।
मस्तूरी तहसीलदार प्रमोद कुमार पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध प्लाटिंग करने वालों के ऊपर मस्तूरी एसडीएम के आदेशानुसार कार्रवाई की शुरुआत की गई है, ऐसे कई जमीन मालिक है जो अपने कृषि भूमि को अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं जिसे नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है नियमानुसार प्लाटिंग की कागजात नहीं मिलने पर वहां भी कार्यवाही किया जाऐगा।