Collector Avnish Sharan arrived at the same time due to absence of doctors in JP Hospital. It is being told that one day’s salary will be done.
कलेक्टर अवनीश शरण ने आज जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। वे करीब सवा 9 बजे जिला अस्पताल अचानक आ पहुंचे।
बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में आम जनता को समय पर सभी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हों, इसको लेकर कलेक्टर अवनीश शरण अलग-अलग सरकारी संस्थाओं के औचक निरीक्षण कर रहे हैं। आज मंगलवार को उन्होंने जिला अस्पताल का दौरा किया। यहां कलेक्टर को 30 में से 28 डॉक्टर अनुपस्थित मिले। कलेक्टर ने अनुपस्थित डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया।
दरअसल, कलेक्टर अवनीश शरण ने आज जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। वे करीब सवा 9 बजे जिला अस्पताल अचानक आ पहुंचे। सवेरे की पाली में जिला अस्पताल में सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक डॉक्टरों के अस्पताल पहुंचकर मरीजों के इलाज करने शासन के निर्देश है। कलेक्टर करीब सवा 9 बजे जब जिला अस्पताल पहुंचे तो 28 डॉक्टर अनुपस्थित पाये गये। केवल दो डॉक्टर अस्पताल पहुंचे थे। सात डॉक्टरों की नाईट ड्यूटी होने के कारण उन्हें एक घण्टा बाद अस्पताल पहुंचना था।
इतनी बड़ी संख्या में एक साथ डॉक्टरों के गैरहाजिरी पर सख्त नाराजगी जाहिर की। बड़ी संख्या में गरीब तबके के मरीज अस्पताल पहुंच गये थे। इलाज कराने डॉक्टरों का इंतजार करते परेशान हो रहे थे। कलेक्टर ने अनुपस्थित सभी डॉक्टरों के एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन ने कलेक्टर के निर्देश पर अनुपस्थित सभी डॉक्टरों के एक दिन अवैतनिक करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बता दें कि सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने भी कई बार इन डॉक्टरों को समय पर उपस्थित होने की चेतावनी एवं ढर्रे में सुधार लाने की हिदायत दी थी। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित डॉक्टरों में विशेषज्ञ एवं सामान्य दोनों किस्म के डॉक्टर शामिल थे। शासकीय के अलावा एनएचएम के अंतर्गत भर्ती डॉक्टर भी अनुपस्थित पाये गये।
अनुपस्थित डॉक्टरों में डॉ. पी.के.मित्रा, डॉ. एस.के.दास, डॉ. नमिता श्रीवास्तव, डॉ.मुग्धा लाडिकर, डॉ.आकांक्षा सिंह, डॉ.जिज्ञासा खन्ना, डॉ. बुधेश्वर सिंह, डॉ. जान्हवी चन्द्रा, डॉ. यश अग्रवाल, डॉ. मंजू करण, डॉ. कमला पटनायक, डॉ. एनएस चंदेल, डॉ. एशांक बंजारे, डॉ. राहुल वर्मा, डॉ. महेन्द्र जायसवाल, डॉ. धर्मेन्द्र रमैया, डॉ, कासिम हसन खान, डॉ. एनके साव, डॉ.रविन्द्र बागड़े, डॉ. वंदना चौधरी, डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. व्हीके मिश्रा, डॉ. रमा घोष, डॉ. दीप्ति जायसवाल, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. सीपी करण, डॉ निधि कोराम तथा डॉ. रूद्राक्ष केशरवानी शामिल हैं।
निरीक्षण के दौरान अधिकांश कर्मचारियों के टेबल पर नेम प्लेट नहीं मिला। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पहचान के लिए हर कर्मचारी की टेबल पर उनका पदनामयुक्त नेम प्लेट अनिवार्य रूप से हो ताकि लोगों को उनको ढूंढने में सुविधा हो। कलेक्टर ने कहा कि उपस्थिति पंजी अधिकारी के कक्ष में रखा जाए। किसी बाबू के टेबल पर नहीं होने चाहिए। अधिकारी देखें कि कर्मचारी यदि पहुंचने में आधे घंटे विलंब हो तो पंजी में चिन्हित कर उन्हें नियमानुसार अनुपस्थित मानकर जरूरी कार्रवाई करें।
इन कर्मचारियों को वेतन काटने मिला नोटिस
कलेक्टर जब कार्यालयों का निरीक्षण कर रहे थे तब लगभग साढ़े 11 बजे तक जिला कार्यालय के 11 कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए। उन्हें नोटिस जारी किया गया है। इनमें 10 विभिन्न शाखाओं के कर्मचारी और एक भृत्य शामिल हैं। जिन्हें नोटिस जारी किया गया है, उनमें केके पड़वार सहायक अधीक्षक, सुषमा ताम्रकार सहायक वर्ग दो, प्रमोद दुबे सहायक वर्ग दो, रौनक शर्मा सहायक वर्ग दो, मेघा छाबड़ा, सहायक वर्ग दो, रीना सोनी सहायक वर्ग तीन, मनीष जायसवाल सहायक वर्ग तीन, शशि कैवर्त्य सहायक वर्ग तीन, दिव्या आयु, प्रीति राजगीर तथा भृत्य तुषार वैष्णव शामिल हैं।
कलेक्टर ने ये भी दिए निर्देश
हर कर्मचारी की पहचान के लिए टेबल पर हो नेम प्लेट
अपने घर की तरह साफ सुथरा रखें कार्यालय
ज्यादा शुल्क लेने की शिकायत पर च्वाइस सेन्टर के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश
अधिकारी अपने कक्ष में रखें उपस्थिति पंजी
कर्मचारी यदि पहुंचने में आधे घंटे विलंब हो तो पंजी में चिन्हित कर उन्हें नियमानुसार अनुपस्थित मानकर करें जरूरी कार्रवाई। ये भी दिए निर्देश