Noida Fire Video: AC blast caused massive fire, panic in Lotus Boulevard Society of Noida Sector 100
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर 100 की बहुमंजिला लोटस बुलेवार्ड सोसायटी के एक फ्लैट में गुरुवार सुबह अचानक आग लग गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, सोसायटी के एक फ्लैट में एयर कंडीशनर (AC) फटने से भीषण आग भड़क उठी, जो धीरे-धीरे अन्य फ्लैटों में फैल गई। इस हादसे के बाद सोसायटी में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया और सभी लोग तुरंत अपने-अपने फ्लैट छोड़कर बाहर आ गए।
अभी तक किसी के घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का काम जारी है।
आग की लपटों से घिरे फ्लैट्स
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के फ्लैट्स में रहने वाले लोग भी अपने फ्लैट छोड़कर बाहर निकलने पर मजबूर हो गए। कई अन्य फ्लैट भी आग की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय निवासियों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया और फिलहाल आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं।
तस्वीरों में दिखाई दिया धुएं का गुबार
तस्वीरों में लोटस बुलेवार्ड सोसायटी की ऊंची इमारत से काले धुएं के गुबार निकलते हुए साफ दिखाई दे रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि आग की वजह से अब तक किसी के घायल होने या हताहत होने की खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि एयर कंडीशनर में आग लगने के बाद यह तेजी से दूसरे फ्लैटों में फैल गई। हालांकि, आग के सही कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
भीषण गर्मी के कारण आग की घटनाएं बढ़ीं
गौरतलब है कि भीषण गर्मी के कारण आग लगने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। एक दिन पहले ही बुधवार को नोएडा के पास गाजियाबाद के इंदिरापुरम में भी एक फ्लैट में AC फटने से आग लग गई थी। सौभाग्य से, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था और फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद एक घंटे में आग पर काबू पा लिया था।
इस बीच, नोएडा के सेक्टर-104 स्थित ‘मून लाइट’ होटल में 18 मई को आग लगने से दम घुटने से हुई युवती पलक प्रसाद की मौत के मामले में पुलिस ने भवन मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। पलक, जो कि पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट थीं, अपने 26 वर्षीय साथी के साथ होटल में ठहरी हुई थीं। इस घटना में उनका साथी भी घायल हो गया था। पुलिस ने बताया कि होटल को बिना आग सुरक्षा संबंधित NOC और स्थानीय प्राधिकरण से भवन का नक्शा पास कराए बिना संचालित किया जा रहा था। होटल को लीज पर लेने वाले व्यक्ति की तलाश अभी जारी है।
नोएडा और आसपास के इलाकों में आग की घटनाओं में वृद्धि के साथ, सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। स्थानीय प्रशासन को इन घटनाओं पर कड़ी नजर रखनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
एसी में ब्लास्ट कैसे होता है?
एसी में ब्लास्ट होने की कई वजहें हो सकती हैं- जैसे कि अच्छे से सफाई न होना, खराब गुणवत्ता वाले केबल और प्लग का इस्तेमाल करना, वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, गलत गैस का इस्तेमाल करना.
गंदगी
एसी के अंदर कंडेंसर पर गंदगी, मैल जमा होने के चलते समस्या खड़ी हो जाती है. गंदगी के चलते एसी गर्मी को बाहर नहीं निकाल पाती है. नतीजन, बिना बंद हुए ही एसी लगातार चलता रहता है और ब्लास्ट कर जाता है.
खराब वायरिंग
अगर एसी की वायरिंग में इस्तेमाल किया गया तार, प्लग, सॉकेट और सर्किट ब्रेकर अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं तो इसके कारण भी एसी में आग लग सकती है. ऐसी किसी दुर्घटना से बचने के लिए एसी में अच्छे सामान का इस्तेमाल किया जाना आवश्यक है.
पावर फ्लक्चुएशन
एसी के साथ-साथ अन्य इलेक्ट्रिक सामानों पर भी वोल्टेज के फ्लक्चुएशन, बोले तो उतार-चढ़ाव का प्रभाव पड़ता है. बिजली को लेकर देश में यह एक बड़ी समस्या है. इसके कारण भी एसी में आग लग सकती है.
गलत गैस का इस्तेमाल
एयर कंडीशनर में एक विशेष तरह की गैस का इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर एसी में फ्रेऑन (Freon) गैस का इस्तेमाल होता है. इसमें आग नहीं लगती है, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग में इसकी हिस्सेदारी काफी होती है.साल 2019 के बाद बने नए एसी में R410a नाम की गैस का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि प्यूरॉन (Puron) होता है. इसमें भी आग नहीं लगती है. हालांकि गलत गैस का इस्तेमाल करने पर ओवर हीटिंग हो सकती है और किसी और तरीके से आग लग सकती है.
एसी के चलते किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए इसकी नियमित साफ-सफाई की जानी चाहिए, ताकि इसको कम भार झेलना पड़े. साथ ही एसी को ऐसी जगह पर लगाया जाना चाहिए, जहां से उसका एक हिस्सा बाहर की तरफ हो और पानी आसानी से निकल सके.