Women, men, children and elderly people travelling in a pickup truck for Dashkarma were caught by the police.
गौतम पांडा @ पुसौर।गरीब अमीर सभी को रिश्तेदारी निभाना पड़ता है जिसमे खासकर आर्थिक कमियों से जूझ रहे गरीब जन जिन्हे आने जाने की जैसी सुविधा मिलता है उसी हिसाब से वे अपने रिश्तेदार के यहां जाते है। जब से क्षेत्र में पिकप और ट्रेक्टर का चलन प्रारंभ हुआ है तबसे लेकर अब तक प्रायः गरीब तपके के लोग इसका उपयोग कर अपने गंतव्य तक पहुंच कर अपनी रिश्तेदारी सहित अन्य काम करते रहे हैं, जिसमे कभी कभी पुलिस अथवा यातायात का हस्तक्षेप भी होता रहा है चूंकि ये वाहन सवारी के लिए नहीं होती बावजूद इसके आर्थिक मार झेल रहे समाज के अंतिम पंक्ति के ये लोग इसी वाहनों का सामूहिक रूप से उपयोग करते रहें हैं और अक्सर पुलिस और यातायात विभाग का सामना होता रहा है। इसी तरह मंगलवार के लगभग 10भेजे एक पिकप में दर्जन भर से अधिक लोग ग्राम आमापाली से उड़ीसा चिखली जा रहे थे कि पुसौर के बिरोडिपा से आगे दौड़ा कर एक हवलदार ने धर दबोचा और सभी सवारी को उतार कर वाहन को थाना ले गया। वहां क्या और कैसी बात हुई ये तो नही मालूम लेकिन उक्त पिकप में फिर से सभी सवार होकर उड़ीसा चिखली के लिए चल पड़े। ये तो तय है कि इनका आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नही कि वे बोलोरो कार किराया से लेकर जा सकेंगे और दुर्घटनाओं को देखते हुए पुलिस और यातायात विभाग भी पिकप ट्रक ट्रेक्टर जैसे वाहन में सवार होकर जाने वाले लोगो को रोकने के लिए भी विवश हैं लेकिन जब कोई नेता आता है और भीड़ जुटाना रहता है तो उस समय ऐसे वाहनों की स्वीकृति रहती है लेकिन सामान्य तौर पर नही। एसे स्थिति में शासन प्रशासन के लोगो को एक मध्यम मार्ग खोजने की जरूरत है जिससे कि इस तरह की स्थिति से निजात मिल सके